बहराइच : शौचालय निर्माण घोटाले की जांच नौ माह बाद भी अधूरी
एडीओ पंचायत की रिपोर्ट के बाद सीडीओ ने गठित की थी टीम
पुराने प्रसाधन को नया दिखाकर प्राइवेट फर्म में ट्रांसफर कर दिया था भुगतान
अमृत विचार, बहराइच। बलहा विकास खंड में शौचालय निर्माण में लाखों रूपये का घोटाला हुआ था। सहायक विकास अधिकारी की जांच में पुष्टि होने पर सीडीओ ने जिला कृषि अधिकारी की अगुवाई में जांच टीम गठित कर दी थी। लेकिन नौ माह बाद भी अभी तक जांच अधूरी है। जबकि ग्राम विकास अधिकारी दूसरे ब्लॉक में ड्यूटी कर रहे हैं।
जिले के विभिन्न विकास खंड में शौचालय निर्माण में जमकर हेराफेरी की गई है। किसी ब्लॉक में एक करोड़ से अधिक तो किसी में 70 लाख रूपये का घोटाला हुआ है। लेकिन शिथिल जांच के चलते दोषी अधिकारियों पर कार्यवाई नहीं हो पा रही है। कुछ ऐसा ही मामला बलहा विकास खंड के ग्राम पंचायत बंजरिया में शौचालय निर्माण में देखने को मिला है। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। विकास खंड के बंजरिया गांव में हजारों शौचालय का निर्माण कागजों पर किया गया।
इसके बाद शौचालय निर्माण का बजट पात्रों के खाते में भेजने के बजाए प्राइवेट फर्म में भेज दिया गया। इतना ही नहीं पुराने शौचालय निर्माण को नया दिखाकर करोड़ों रूपये का बंदरबांट किया गया था। शिकायत मिलने पर तत्कालीन सहायक विकास अधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह ने मामले की जांच की। जांच में उन्होंने तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी महावीर प्रसाद मंडल के विरुद्ध कार्यवाई की संस्तुति की थी। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना ने 16 मार्च को तीन अधिकारियों की टीम गठित कर रिपोर्ट तलब की था।
जिसमें जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पांडेय, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग अरविंद कुमार और अपर जिला पंचायत राज अधिकारी राम शंकर वर्मा शामिल हैं। लेकिन नौ माह बीत गए हैं। अभी तक तीनों अधिकारियों ने जांच ही पूरी नहीं की है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जब नौ माह बीतने के बाद भी जांच पूरी नहीं होगी तो इन दोषी कर्मियों के विरुद्ध कार्यवाई को वर्षों लग जायेंगे।
तीन डीपीआरओ हैं दोषी
जिले में सौचालय निर्माण में वर्तमान डीपीआरओ उमाकांत के अलावा पूर्व में तैनात रहे दो डीपीआरओ घोटाले में दोषी हैं। जिनके विरुद्ध क्राइम ब्रांच ने जांच करते हुए दोषी पाया है। एसपी ने मुकदमा दर्ज करवाने के लिए शासन को पत्र लिखा है।
रिकॉर्ड मिलते ही शुरू हो जाएगी जांच
जिला कृषि अधिकारी सतीश पांडेय के मुताबिक, बंजरिया गांव में शौचालय निर्माण में घोटाले की जांच के लिए सीडीओ की ओर से नामित किया गया है। लेकिन कई कार्यक्रम होने के चलते थोड़ी दिक्कत आई। विभाग से रिकॉर्ड मांगा जा रहा है। इसके बाद जांच कर रिपोर्ट सीडीओ को सौंप दी जायेगी।
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