लखनऊ :  अलाव में 'पुलाव' पका रहे नगर निगम के ठेकेदार

अलाव के लिए गीली लकड़ियां डालकर बढ़ा रहे वजन

लखनऊ :  अलाव में 'पुलाव' पका रहे नगर निगम के ठेकेदार

नगर निगम को लगा रहे लाखों का चूना, नहीं जल पा रहे अलाव, कड़ाके की ठंड में ठिठुर रहे लोग

अमृत विचार, लखनऊ। अलाव के नाम पर नगर निगम के ठेकेदार 'पुलाव' पका रहे हैं। कड़ाके की ठंड से आम जनता को बचाने के लिए रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल और शहर के प्रमुख चौराहों पर बनाये गए अलाव स्थलों पर लकड़ियां डालने में ठेकेदार खेल कर रहे हैं। तौल में वजन बढ़ाने के लिए ठेकेदार सूखी की जगह गीली और हरी लकड़ियां डाल रहे हैं। जिससे नगर निगम को रोज लाखों रुपये का चूना लग रहा है। साथ ही गीली और हरी लकड़ियाें से अलाव नहीं जल पा रहे हैं, जिससे लोग कड़ाके की ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं।

 लखनऊ नगर निगम हर साल कड़ाके की ठंड में नगर निगम क्षेत्र में अलाव जलवाता है। अलाव शहर के प्रमुख चौराहों, बस अड्डों, अस्पतालों, रेलवे स्टेशन, रैन बसेरों और सार्वजनिक स्थलों पर जलवाए जाते हैं। नगर निगम का दावा है कि ठंड बढ़ने के साथ अलाव स्थलों की संख्या बढ़कर हजार से अधिक पहुंच जाती है। अलाव जलवाने के लिए नगर निगम जोनवार टेंडर कराता है।

टेंडर होने के बाद ठेकेदार द्वारा अलाव स्थलों की सूची के अनुसार लकड़ियां गिरायी जाती हैं। लेकिन ठेकेदार मुनाफा कमाने के लिए इसमें खेल करते हैं। अलाव स्थलों पर लकड़ी तय मात्रा से कम, गीली और कच्ची गिराते हैं, जिससे तौल में लकड़ियाें का वजन बढ़ जाता है। लेकिन अलाव स्थलों पर इन लकड़ियां जलाना मुश्किल हो जाता है। जिससे कड़ाके की ठंड में भी अलाव जरूरतमंदों को राहत नहीं दे पा रहे हैं।

बिना तौल के अंदाजे से डालते हैं लकड़ियां

 लखनऊ नगर निगम शहर में लगभग 1300 से अधिक स्थलों पर अलाव जलवाने का दावा कर रहा है। ठेकेदार द्वारा जोनवार स्थलों पर बिना तौल के अंदाजे से प्वाइंट पर लकड़ियां डाली जाती हैं। नियमानुसार 35 किलो लकड़ी एक प्वाइंट पर डाली जानी चाहिए। लेकिन ठेकेदार अधिकांश स्थलों पर गीली और कच्ची लकड़ियां डाल रहे हैं।

निगमकर्मियों की मिलीभगत से हाेता है 'खेल'

 ठेकेदारों के इस खेल में नगर निगम कर्मियों की मिलीभगत भी रहती है। ठेकेदार खुलेआम अलाव प्वाइंट पर कम और लकड़ियां डालते हैं लेकिन जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे रहते हैं। क्योंकि मुनाफे में इनका भी बराबर का हिस्सा रहता है। अलाव स्थलों का औचक निरीक्षण करने से भी अधिकारी कतराते हैं। लखनऊ नगर निगम के मुख्य अभियंता, महेश वर्मा के मुताबिक, ठेकेदार यदि अलाव प्वाइंट पर गीली और हरी लकड़ियां डाल रहे हैं तो इसे दिखवाया जाएगा। ऐसे ठेकेदारों के बिल से कटौती करने के साथ कार्रवाई की जाएगी।

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