पीलीभीत: ढाई घंटे चली वार्ता के बाद लिखित आश्वासन पर माने किसान, धरना स्थगित
प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बजाज मिल के डायरेक्टर भी रहे शामिल
पीलीभीत/बरखेड़ा, अमृत विचार। बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर चल रहा किसानों का धरना प्रदर्शन स्थगित कर दिया गया। ढाई घंटे तक किसानों के प्रतिनिधि मंडल से हुई मिल और प्रशासनिक अफसरों की बैठक के बाद कई बिंदुओं पर लिखित आश्वासन मिलने पर आंदोलनरत किसान मान गए। हालांकि मिल गेट पर 10 दिन से चल रहा धरना अभी भी जारी है।
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बरखेड़ा चीनी मिल में बकाए भुगतान की मांग को लेकर सोमवार दोपहर को सैकड़ों किसान पहुंचे थे और तौल बंद करा दी थी। उसके बाद केनयार्ड में टेंट लगाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। चीनी मिल भी बंद करा दी गई थी। जिससे मिल प्रबंधन में खलबली मच गई थी।
एक दिन पहले एडीएम वित्त एवं राजस्व राम सिंह गौतम मनाने पहुंचे थे, लेकिन मौखिक आश्वासन पर बात नहीं बन सकी थी। बुधवार को भी केनयार्ड में सुबह से किसान धरने पर अडिग रहे। चीनी मिल भी नहीं चलने दी गई। उसके बाद दोपहर करीब दो बजे बजाज चीनी मिल के डायरेक्टर एबी सिंह, यूनिट हेड राकेश यादव, एसडीएम बीसलपुर ऋषिकांत राजवंशी, जिला गन्ना अधिकारी जितेंद्र कुमार मिश्रा पहुंच गए।
उसके बाद किसानों के प्रतिनिधि मंडल संग बंद कमरे में वार्ता शुरू कर दी गई। प्रतिनिधि मंडल में भाजपा नेता कमलेश गंगवार, माखन लाल गंगवार राजेश कुमार, दिगंबर दयाल, माखनलाल, शिवचरन लाल, हेमंत गंगवार आदि थे। बाकी किसान धरना देते रहे। करीब ढाई घंटे बाद लिखित में बकाए और नए सत्र के भुगतान को लेकर स्थिति स्पष्ट करने का आश्वासन दिया गया। उसके बाद सहमति बन सकी। फिर दो दिन से चल रहा धरना प्रदर्शन स्थगित कर दिया गया। तब जाकर मिल प्रबंधन और प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
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