रामचरित मानस विवाद पर बोले CM योगी- ध्यान भटकाने के लिए उठाया गया विवाद
लखनऊ, अमृत विचार। रामचरित मानस से जुड़े विवाद में समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद लगातार बयान दे रहे हैं। उन्होंने रामचरित मानस में शोषितों और वंचितों के अपमान को लेकर विवादित बयान दिया था जिसके बाद उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट भी दर्ज हुई है। इस विवाद को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहली बार बयान दिया है। सीएम योगी ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा कि सरकार के कामों से ध्यान भटकाने के लिए ये सारा विवाद उठाया गया है।
सीएम योगी ने कहा, "रामचरितमानस का मुद्दा इसलिए उठाया जा रहा है ताकि सरकार ने जो विकास किया है उस मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाया जा सके। उन्होंने कहा जिन लोगों का यूपी के विकास में कोई योगदान नहीं है वह जानबूझकर इस मुद्दे को उठा रहे हैं, उनकी पहचान का संकट बना हुआ है। इसीलिए अब ये रामचरितमानस का मुद्दा उठा रहे हैं।
अखिलेश यादव को दिया जवाब
अखिलेश यादव को जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "मैं उन्हें जवाब दूंगा जब उन्हें मेरे जवाब की जरूरत होगी। जवाब उन्हें देना चाहिए जो जवाब को समझ सकें, अराजकता पैदा करने वालों को क्या जवाब दिया जाए। दरअसल सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि मैं शूद्र हूं, और सदन में मैं सीएम योगी से ये सवाल पूँछूगा कि कौन-कौन शूद्र की श्रेणी में आता है। ये बयान अखिलेश ने तब दिया था जब उन्हें राजधानी लखनऊ में माँ पीतांबरा के यज्ञ में शामिल होने के दौरान काले झंडे दिखाए गए थे।
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