देहरादूनः ट्रस्ट के नाम से बनाई फर्जी वेबसाइट

देहरादूनः ट्रस्ट के नाम से बनाई फर्जी वेबसाइट

देहरादून, अमृत विचार। पुलिस और एसओजी ने राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान परिषद (एनसीआरई) की फर्जी वेबसाइट का भंडाफोड़ करते हुए गैंग को बेनकाब किया है। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी राजकिशोर ने बताया कि उसने नेशनल काउंसिल फॉर रिसर्च इन एजुकेशन नाम से ट्रस्ट पंजीकृत कराकर ट्रस्ट के नाम से ही वेबसाइट बनाई थी, जिसमें 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों की परीक्षा करवाने व उसके पश्चात मार्कशीट प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए जाने के संबंध में अलग-अलग माध्यम से प्रचार-प्रसार किया गया, इसमें राज किशोर राय का मोबाइल नंबर अंकित किया गया,  जिस पर अलग-अलग राज्यों से युवकों द्वारा रजिस्ट्रेशन करवाया गया। 

अभियुक्त द्वारा कुछ विद्यार्थियों को लिंक भेज कर फर्जी परीक्षाएं भी कराई जाती थी और उन्हें उपरोक्त फर्जी संस्थान की मार्कशीट व प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए जाते थे तथा कुछ अभ्यर्थियों को बिना परीक्षा के भी बैक डेट की भी मार्कशीट, प्रमाण पत्र, माइग्रेशन प्रमाण पत्र व अन्य शैक्षणिक प्रमाणपत्र 6 से 8 हजार रुपये लेकर दिए जाते थे। इसके लिए अलग-अलग बैंक खाते खोले गए थे, जिससे संबंधित 7 पासबुक, 5 चेक बुक बरामद हुई। 

उत्तराखंड मुक्त विद्यालय की भी फर्जी वेबसाइट

पुलिस के अनुसार, अभियुक्त राजकिशोर ने बताया कि उनके द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान परिषद के अलावा उत्तराखंड मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान के नाम से सोसाइटी भी रजिस्टर करायी थी, इसका पता  पित्थुवाला खुर्द मोहब्बेवाला देहरादून अंकित किया गया, जिसमें 7 लोगों को ट्रस्टी बनाया गया था। इसके अतिरिक्त आश्रय फाउंडेशन के नाम से ट्रस्ट बनाया गया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में सहेंद्र पाल के अलावा इन्दु पुत्री हयात सिह निवासी हरभजवाला, मेहूंवाला, देहरादून की भी तलाश की जा रही है।