
एसजीपीजीआई : 70 लाख रुपये कीमत के स्विच चोरी कर ले गये थे चोर
पीजीआई अस्पताल में चोरी करने वाले गिरोह के छह सदस्यों को पुलिस ने दबोचा
अमृत विचार,लखनऊ । पीजीआई अस्पताल में साइबर नेटवर्किंग बिछाने के नाम पर लाखों रुपये के महंगे स्विच चुराने वाले शातिर गिरोह के पांच सदस्यों को शुक्रवार को पीजीआई पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तार चोरों के पास से पुलिस ने लाखों रुपये कीमत के 17 नेटवर्किंग स्विच, एक एसएफपी मॉड्यूल व अन्य सामान बरामद किये हैं। गिरफ्तार चोरों की पहचान राम प्रसादखेड़ा निवासी जतिन उर्फ हर्ष पाल, आलमबाग निवासी मनीष सिंह, आजमगढ़ निवासी सत्यम सिंह व आर्यन सिंह, दिल्ली निवासी शाहिद नौशाद व अजय उर्फ कमल गुप्ता के रूप में हुई है।
मिला था नेटवर्किंग बिछाने का ठेका
मामले की जानकारी देते हुए एडीसीपी उत्तरी अभिजीत आर शंकर ने बताया कि गत दिनों पीजीआई अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में नेटवर्किंग बिछाने के लिए कंपनी को ठेका दिया गया था। कंपनी के द्वारा लगाये गये इसी दौरान उन्होंने नेटवर्किंग के लिए मंगाये गये कई स्विच और एसएफपी मॉड्यूल की चोरी कर ली गई। जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने बाकी बचे हुए स्विच और एसएफपी मॉड्यूल को गार्ड रूम में रखवा दिया। पर गत 15 जनवरी 2023 की रात 11 बजे के बाद गार्ड रूम का ताला तोड़कर लगभग 70 लाख रुपये कीमत के 22 नेटवर्किंग स्विच और एसएफपी मॉड्यूल की चोरी कर ली गई। मामले को लेकर अस्पताल के सुरक्षा प्रभारी सौरभ पाल की ओर से गत 17 जनवरी को पीजीआई कोतवाली में 8 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
न्यू ओपीडी में छिपाकर रखे थे चोरी किये गये स्विच, वापस लेने आए तो दबोचे गए
एडीसीपी ने बताया कि शुक्रवार को सूचना मिली कि मामले के दो आरोपी बाइक लेकर पीजीआई के परिसर में घूम रहे हैं। छापेमारी कर मनीष और सत्यम को पकड़ा गया। दोनों ने बताया कि गार्ड रूम से चोरी किये गये स्विच को उन्होंने न्यू ओपीडी भवन में छिपाकर रखा था, जिसे लेने के लिए वे दोनों आए थे, इसके बाद बेचने की फिराक में थे।
संविदा कर्मी की मदद से पिछले कई दिनों से अस्पताल से चोरी कर रहे थे उपकरण
जांच में पता चला कि पकड़ा गया अभियुक्त जतिन उर्फ हर्ष पाल नेटवर्किंग कंपनी का मूल कर्मचारी है और पीजीआई में संविदा पर इलेक्ट्रिकल मेंटिनेंस कर्मचारी के रूप में काम कर रहा था। जतिन अपने दोस्तों की मिलीभगत से पिछले कई महीनों से अस्पताल में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की चोरी कर रहा था। इसके बाद नई दिल्ली के रहने वाले व चोरी के सामान की ऑनलाइन खरीद-बिकी करने वाले शाहिद नौशाद के माध्यम से बेचकर पैसे बांट लेते थे।
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