मुरादाबाद : सरकारी कार्यालयों में घूम रहे स्ट्रीट डॉग्स, अस्पताल में मरीज असुरक्षित

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Published By Bhawna
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अस्पताल की इमरजेंसी में दिख रहे छुट्टा पशु और कुत्ते, सुरक्षाकर्मी नदारद, जिम्मेदार बेपरवाह

लोनिवि के प्रांतीय खंड कार्यालय परिसर में स्ट्रीट डॉग्स।

मुरादाबाद, अमृत विचार। स्मार्ट सिटी में छुट्टा पशुओं जिसमें गोवंश और कुत्ते आदि हैं से लोग सहमें हैं। यह गली-मोहलों के अलावा सरकारी कार्यालय परिसर और यहां तक कि जिला अस्पताल के इमरजेंसी और अन्य वार्ड में आराम फरमा रहे हैं। इन्हें रोकने टोकने वाला नहीं है। यह मरीजों और तीमारदारों के खाने की सामग्री पर झपट रहे हैं। जिससे वह सहमें हैं। 

स्मार्ट सिटी में पालतू जानवरों के लिए नगर निगम प्रशासन ने उप विधि बनाए जाने का दावा किया है। लेकिन, अभी तक इसका क्रियान्वयन शुरू न करने से सड़क से लेकर कार्यालयों, अस्पताल में भी यह लोगों के दुश्मन बने हैं। सड़क पर खाने के सामान लेकर जा रहे लोगों के हाथ में पाॅलीथिन और झोले को खींच ले रहे हैं। जिससे डर के मारे लोग अपना सामान छोड़कर भाग रहे हैं।

शुक्रवार को कलेक्ट्रेट से होकर सिविल लाइंस की तरफ आने वाली सड़क पर एक परिवार के हाथ में पाॅलीथिन में खाद्य सामग्री देकर तीन कुत्तों ने उन्हें घेर लिया, हटाने पर वह पीछे से पाॅलीथिन खींचने में लगे रहे डर के चलते बच्चे के रोने पर खाने का सामान देकर अपने को बचाया। इसकी न तो कोई निगरानी कर रहा है और जन सामान्य को बचाने के लिए सिस्टम आगे आ रहा है।

हरथला सब्जी मंडी के अलावा मंडी परिषद में भी छुट्टा पशुओं का आंतक है। कुत्ते और बंदर के काटने से जख्मी होकर लोग जिला अस्पताल में औसतन 100 पीड़ित एंटी रेबीज वैक्सीन का इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को एआरवी कक्ष में 42 नये और 45 पुराने पीड़ित मरीजों को इंजेक्शन की डोज लगाई गई। इसमें एक साल के बच्चे से लेकर बड़े बुजुर्ग भी शामिल रहे। पीड़ितों में कुत्ते के काटने से जख्मी मझोला की 30 वर्षीया बबीता, मझोला के ही एक साल के अदनान को इंजेक्शन लगवाने आना पड़ा। जबकि कटघर के नफीस अहमद को बिल्ली ने काटा था। इसके अलावा अगवानपुर के शेरूआ चौराहे की दुलारी एआरवी इंजेक्शन लगवाने आईं थीं। 

अस्पताल की चिकित्सक मोनिका सिंह जो मरीजों को इंजेक्शन लगवाने के बाद परामर्श दे रहीं थीं ने बताया कि औसतन 100 मरीज कुत्ते, बंदर, बिल्ली के काटने से जख्मी होकर एआरवी का इंजेक्शन लगवाने आ रहे हैं। गर्मी के दिनों में यह संख्या 150-200 के आसपास पहुंच जाती है। क्योंकि गर्मियों में कुत्ते और हिंसक हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि किसी यदि घर में कुत्ता, बिल्ली पालना हो तो वह उनका टीकाकरण अनिवार्य रूप से कराएं। 

अस्पताल के इमरजेंसी के गेट से नदारद रहे सुरक्षा कर्मी
जिला अस्पताल के आपातकालीन भवन के गेट पर बने सुरक्षा कर्मियों के लिए बना कक्ष 1:59 बजे सूना था। अंदर इमरजेंसी में वरिष्ठ चेस्ट फिजिशियन डॉ. प्रवीण शाह मरीजों को देखने के लिए राउंड ले रहे थे। ईएमओ कक्ष में फार्मासिस्ट कुंदन सिंह अन्य मौजूद रहे। इस आपातकालीन भवन के लान में तीन कुत्ते घूम रहे थे। जिसे देखकर मरीजों के तीमारदार अपने खाने के सामान छिपा रहे थे।

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