बाजपुर: समागम में शब्द गुरू की महिमा का किया बखान 

अमृतसर के संत बाबा गुरदेव सिंह की देख-रेख में समागम का समापन

बाजपुर: समागम में शब्द गुरू की महिमा का किया बखान 

लंगर में सैकड़ों की संगत ने प्रसाद चखा

बाजपुर, अमृत विचार। संत बाबा दर्शन सिंह कुल्ली वालों व मुख्य सेवादार रहे बाबा तारा सिंह की याद में 35वां दो दिवसीय समागम गुरुद्वारा साहिब दु:ख निवारण साहिब खुशालपुर में अमृतसर पंजाब से पहुंचे संत बाबा गुरदेव सिंह की देख-रेख में संपन्न हुआ।

शनिवार से जारी समागम के दूसरे दिन रविवार को भाई दर्शन सिंह ने कीर्तन करते हुए कहा कि वर्तमान समय हम शब्द गुरू से जुड़कर ही आगे बढ़ सकते हैं। वर्तमान समय में आवश्यकता है कि हम सब गुरू वाले बने व नितनेम से जुड़ें। अमृतसर पंजाब से पहुंचे भाई हरपाल सिंह ढंड के ढाडी जत्थे ने कहा कि संत का मार्ग धर्म की पौड़ी (सीढ़ी) से ही जीवन का पार उतारा हो सकता है, अर्थात हमें मानव जीवन में अपना जीवन संत के जीवन की भांति बनाना चाहिए। सेवा धर्म व कर्म के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहिए।

इसी प्रकार भाई करनैल सिंह, भाई बलविंदर सिंह उर्फ बापू जी ने भी गुरुवाणी पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बाजपुर के अध्यक्ष कुलविंदर सिंह किंदा, बाबा प्रताप सिंह व समागम में मौजूद पंथ प्रचारकों को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। संत बाबा गुरुदेव सिंह ने कहा कि आज के सिक्ख को सेवा धर्म व कर्म के मार्ग पर आगे बढ़ने की आवश्यकता है। इस मौके पर स्थानीय कमेटी अध्यक्ष सतनाम सिंह बल, सचिव बलविंदर सिंह द्वारा संगत का आभार प्रकट किया गया।

कार्यक्रम में गुरुद्वारा साहिब नानकमत्ता प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष जसविंदर सिंह गिल, जोगेंदर सिंह, लखविंदर सिंह, सतपाल सिंह, गुरमुख सिंह, शेरा सिंह, हरजिंदर सिंह, ध्यान सिंह, सेवक सिंह, रणजीत सिंह, रजविंदर आदि मौजूद थे। समागम के दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं द्वारा लंगर का प्रसाद ग्रहण किया गया। इस दौरान आसपास के लगभग सात गांवों के लोग समागम में एकत्र हुए थे।

 

27 फरवरी को निकलेगा नगर कीर्तन 


अमृतसर पंजाब से पहुंचे संत बाबा गुरुदेव सिंह ने कहा कि आगामी 27 फरवरी को एक विशाल नगर कीर्तन गुरुद्वारा साहिब अजीतपुर से प्रात: साढ़े पांच बजे से शुरू होकर जसपुर होते हुए पतरामपुर तक जाएगा जिसमें गुरू दर्शन करातीं आकर्षक झांकियों के साथ ही अनेक प्रचारक, तराई भावर, पंजाब, उत्तर-प्रदेश आदि की संगत प्रतिभाग करेगी।