जब पर्याप्त जल उपलब्ध है, तो पानी को लेकर राज्यों के बीच ‘युद्ध’ को क्यों बढ़ावा दिया जा रहा : CM केसीआर 

केसीआर ने महाराष्ट्र में शिवाजी का आह्वान किया, किसानों की सरकार बनाने का संकल्प लिया

जब पर्याप्त जल उपलब्ध है, तो पानी को लेकर राज्यों के बीच ‘युद्ध’ को क्यों बढ़ावा दिया जा रहा : CM केसीआर 

नांदेड़। तेलंगाना के मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने रविवार को सवाल किया कि जल को लेकर राज्यों के बीच ‘‘युद्ध’’ को बढ़ावा दिया जा रहा है, जबकि भारत में प्रत्येक एकड़ जमीन की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध है।  

महाराष्ट्र के नांदेड़ में प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि बीआरएस का उद्देश्य जल नीति को बदलना और देश में जलापूर्ति के लिए एक नया तंत्र पेश करना है। राव ने सवाल किया, ‘‘जब भारत में हर एकड़ जमीन की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध है तो राज्यों के बीच ‘जल युद्ध’ को बढ़ावा क्यों दिया जा रहा है?’’ 

उन्होंने कहा कि भारत में मालगाड़ी की औसत गति 24 किलोमीटर प्रति घंटे है, जो चीन में मालगाड़ी की औसत गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे के मुकाबले काफी कम है। मुख्यमंत्री राव ने यह भी कहा कि भारत के पास 361 अरब टन कोयला भंडार है, जो अगले 125 वर्षों के लिए देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए काफी है। उन्होंने कहा, ‘‘फिर भी हम बिजली क्षेत्र का निजीकरण कर रहे हैं।’’

किसानों की सरकार बनाने का संकल्प लिया
छत्रपति शिवाजी महाराज की उपलब्धियों को याद करते हुए तेलंगाना के मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी पूर्व मराठा शासक की जन्मस्थली शिवनेरी में किसानों के कल्याण के लिए देश में सरकार बनाने का संकल्प लेगी। यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 10 दिनों के भीतर बीआरएस की गाड़ियां महाराष्ट्र के सभी 288 विधानसभा क्षेत्रों के हर गांव में जाकर किसान समितियां गठित करेंगी। 

राव को ‘केसीआर’ के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मस्थली शिवनेरी जाएंगे, माथा टेकेंगे और किसानों की सरकार बनाने की शपथ लेंगे। पूरे महाराष्ट्र में किसान समितियां बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी।’’ विभिन्न राजनीतिक दलों से संबंधित नेता बीआरएस में शामिल हुए और केसीआर ने गुलाबी स्कार्फ भेंट करके उनका स्वागत किया। 

राव ने कहा, ‘‘अगले कुछ दिनों में महाराष्ट्र में बीआरएस पार्टी का काम शुरू हो जाएगा। आठ से 10 दिन के अंदर बीआरएस की गाड़ियां महाराष्ट्र के गांव में आ जाएंगी। समितियों का गठन होगा। महाराष्ट्र में किसानों को एकजुट करने के लिए सभी 288 विधानसभा क्षेत्रों में 288 वाहन एक साथ गुजरेंगे।’’ राव ने कहा, ‘‘मैं आपसे (किसानों) एकजुट होने का अनुरोध करता हूं। मैं पश्चिमी महाराष्ट्र, विदर्भ और उत्तर महाराष्ट्र का भी दौरा करूंगा।’’ राव ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा किसानों की आत्महत्या के मामले महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं। 

तेलंगाना के बाहर नांदेड़ में भारत राष्ट्र समिति की पहली जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल और नेता चुनावों में जीत रहे हैं, लेकिन लोग हार रहे हैं। राव ने कहा, ‘‘इसलिए बीआरएस का नारा है ‘अबकी बार, किसान सरकार।’ अगर हम एक हो जाएं तो यह नामुमकिन नहीं है। हमारे देश में किसानों की संख्या 42 प्रतिशत से अधिक है और यदि इसमें खेतिहर मजदूरों की संख्या भी जोड़ दी जाए, तो यह 50 प्रतिशत से अधिक होगी, जो सरकार बनाने के लिए पर्याप्त है।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘अब समय आ गया है। 75 साल एक लंबी अवधि है। किसानों को भी नियम बनाने में सक्षम होना चाहिए।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘महाराष्ट्र में कृष्णा और गोदावरी जैसी कई नदियां बहती हैं। फिर भी महाराष्ट्र में पानी की किल्लत क्यों है।’’ राव ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में पानी की कमी क्यों है? इसके लिए कौन जिम्मेदार है? इस पर विचार करें। देश में कांग्रेस ने 54 साल और भाजपा ने 16 साल शासन किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये दोनों दल कसूरवार हैं। मैं चाहता हूं कि किसानों की आत्महत्या रुके। अगर किसानों की सरकार बनती है, तो पानी की समस्या दूर हो जाएगी।’’ 

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