बरेली: नकलचियों पर रहेगी खास नजर, बांटे गए 2 सुपर, 6 जोन और 17 सेक्टरों में परीक्षा केंद्र

Amrit Vichar Network
Published By Vikas Babu
On

बरेली, अमृत विचार । नकल विहीन यूपी बोर्ड परीक्षा कराने के लिए विभागीय स्तर पर सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 16 फरवरी से हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। इस बार सभी परीक्षा केंद्रों को 2 सुपर जोन, 6 जोन और 17 सेक्टरों में बांटा गया है। जिससे बोर्ड परीक्षा शांति पूर्ण रूप से संपन्न कराई जा सके। जिले के सभी 130 परीक्षा केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापकों और वाह्य केंद्र व्यवस्थापकों के साथ ही 17 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 129 स्टेटिक मजिस्ट्रेट, 6 जोनल मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। सभी अधिकारियों को शासन की ओर से मिले दिशा निर्देशों से अवगत करा दिया गया है।

परीक्षा केद्रों पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की तैनाती रहेगी। साथ ही एलआईयू व एसटीएफ भी केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखेगी। परीक्षा अवधि में परीक्षा केंद्रों के आसपास संदिग्ध गतिविधियां पाए जाने पर पुलिस व एसटीएफ संबंधित से पूछताछ भी कर सकती है।

महत्वपूर्ण विषय की परीक्षाओं की होगी निगरानी
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की 20 विषयों की परीक्षाओं पर विशेष सतर्कता बरती जाएगी। माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव की ओर से जारी पत्र के अनुसार हाईस्कूल में हिंदी, गृह विज्ञान, गणित, संस्कृत, चित्रकला, विज्ञान, अंग्रेजी व सामाजिक विज्ञान, जबकि इंटर में हिंदी, सामान्य हिंदी, भूगोल, अंग्रेजी, जीव विज्ञान, गणित, नागरिक शास्त्र, अर्थशास्त्र, भौतिक विज्ञान, इतिहास, संस्कृत, रसायन विज्ञान आदि में विशेष सतर्कता बरती जाएगी। डीआईओएस सोमारू प्रधान ने बताया कि परीक्षा की ड्यूटी में लगाए सभी अधिकारियों को दायित्वों से अवगत करा दिया गया है।

यह भी पढ़ें- बरेली: फसलों पर तापमान की मार, चिंता में डूबे किसान

संबंधित समाचार

टॉप न्यूज

लखनऊ विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक उपलब्धि: तंजानिया के शोधार्थी को भारत-तंजानिया माध्यमिक शिक्षा पर रिसर्च के लिए मिली पहली अंतरराष्ट्रीय PhD
Bhatkhande Sanskriti Vishwavidyalaya: संजू का तबला, हरिहरन की गायकी और शोवना नारायण का कथक रहा आकर्षण
भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय का शताब्दी समारोह धूमधाम से समाप्त: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा – “विश्व का पथ-प्रदर्शक है यह संस्थान”
पर्यावरणविदों ने कहा पशु हमारे प्रथम आदर्श और शिक्षक रहे हैं... नेशनल पीजी में हुआ जलवायु परिवर्तन पर मंथन
भविष्य आईटी का है, तकनीकी स्किल्स बढ़ाएं नहीं तो पीछे रह जाएंगे: डॉ. आशीष गोयल