UP : समुदाय विशेष बाहुल्य मोहल्ले से शिव बारात निकालने पर सक्रिय हुआ प्रशासन, डीएम-एसपी ने मौके पर पहुंचकर लिया जायजा

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Published By Jagat Mishra
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सलोन/रायबरेली, अमृत विचार। 13 सालों से रोकी गई शिव बारात मार्ग पर पुनः शोभायात्रा निकालने की सूचना पर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव और पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी मौके पर पहुंचे हैं ।उन्होंने हालात का जायजा लेते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने के आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।

मामला कस्बे का है। करीब 13 साल पहले कस्बे के समुदाय विशेष बाहुल्य मोहल्ले से होकर शिव बारात निकालने को लेकर दो पक्षों में तनाव पैदा हुआ था। उस समय सीओ रहे मुइनुद्दीन काजी की विवादित कार्यशैली के कारण काफी बवाल हुआ था। उसके बाद मामला न्यायालय के पहुंचा ।दोनों पक्षों को सुनने के बाद न्यायालय ने उस समय जिलाधिकारी रायबरेली रहे चरनजीत सिंह बक्सी को यह निर्देश दिया था, कि यदि शांति व्यवस्था में कोई अड़चन न हो तो ,शिव बारात निकालने की अनुमति जाती है। इसके बावजूद तब से  इन मोहल्लों से शिव बारात नहीं निकली है ।इस बार नगर के एक हिंदू नेता ने उन्ही मोहल्लों से शिव बारात निकालने की घोषणा की। उनकी घोषणा के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। मामले की सूचना डीएम और एसपी को मिली तो दोनों आला अधिकारी शनिवार को सलोन कोतवाली पहुंचे ।उन्होंने कोतवाली में बैठकर मातहतों के साथ पूरे हालात का जायजा लिया है । उसके बाद शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश देते हुए अधिकारी वापस लौट गए। 

उधर शिव बारात निकालने की घोषणा करने वाले हिंदूवादी नेता ने अपने करीब आधा दर्जन समर्थकों के साथ उन्हीं रास्तों से पहुंचकर मंदिर में जलाभिषेक किया है। इस दौरान उनका किसी ने विरोध भी नहीं किया है। जिससे कस्बे में शांति बनी रही। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वह एक सामान्य भ्रमण के दौरान यहां आए थे ।शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।

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