Addison Disease: इस बीमारी से बिगड़ी सुष्मिता सेन की सेहत, जानिए इसके कारण, लक्षण और उपचार
Addison Disease : पूर्व मिस यूनिवर्स और बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन ने हाल ही में सोशल मीडिया पर अपनी सेहत से जुड़ा बड़ा खुलासा है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों उन्हें हार्ट अटैक आया, उसके बाद उनका एंजियोप्लास्टी हुआ और अब वे रिकवरी मोड में हैं।
लेकिन, आपको बता दें कि ये सुष्मिता सेन के साथ पहली बार नहीं हुआ है बल्कि, साल 2014 से वे एडिसन डिजीज (Addison disease) नाम की बीमारी से पीड़ित हैं। बता दें कि ये एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसके लक्षणों को कम करने के लिए तो इलाज हो सकता है, लेकिन य बीमारी पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकती है। आइए, जानते हैं इस बीमारी के बारे में सबकुछ।
क्या है एडिसन डिजीज?
एडिसन डिजीज (Addison disease), एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें शरीर कोर्टिसोल (Cortisol) और एल्डोस्टेरोन (Aldosterone) नाम के दो हार्मोन को बना नहीं पाता है। कोर्टिसोल एक ऐसा हार्मोन है जो स्ट्रेस में आने पर शरीर से प्रतिक्रिया के रूप में बाहर आता है। इस दौरान एल्डोस्टेर ग्लैंड्स (Addison Disease Causes) काम करना बंद कर देते हैं, जिसके कारण एल्डोस्टेरोन और कोर्टिसोल की कमी होने लगती है। इतना ही नहीं ये आपके शरीर में बीपी, शुगर और दिल के काम काज को भी प्रभावित कर सकता है।
एडिसन डिजीज के लक्षण
एड्रीनल ग्लैंड डैमेज के कारण शरीर में वे तमाम लक्षण नजर आते हैं जो कि इस ग्लैंड से जुड़े रहते हैं। जैसे कि
-बहुत ज्यादा थकान जो हर दिन बढ़ने लगे
-उल्टी
-शरीर में सोडियम की कमी से चक्कर आना
- हाइपरपिग्मेंटेशन वाले पैचेस
- पेट में दर्द या कभी पेट खराब हो जाना
-भूख न लगना
-मांसपेशियों में दर्द
- चिड़चिड़ापन
-लो बीपी और लो शुगर लेवल का लगातार बने रहना।
जैसा ही एडिसन डिजीज एक ऑटोइम्यून बीमारी है ऐसे में इसका इलाज आसान नहीं है। डॉक्टर इसमें कई बार स्टेरॉयड देते हैं और साथ ही इसके लक्षणों का दवाओं के साथ इलाज करते हैं।
एंजियोप्लास्टी से सुष्मिता सेन को मिली नई जिंदगी
पूर्व मिस यूनिवर्स और बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमे उन्होंने अपनी सेहत को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम के ज़रिए अपनी सेहत का हाल बताते हुए कहा कि उन्हें कुछ दिन पहले हार्ट अटैक आया था जिसके बाद उनकी एंजियोप्लास्टी की गई।
आपको बता दें, दिल का दौरा पड़ने के बाद एंजियोप्लास्टी की जाती है। इससे पेशेंट को दिल से जुड़ी तकलीफों से राहत मिलती है। अगर आपको एंजियोप्लास्टी के बारे में नहीं पता है, तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर एंजियोप्लास्टी क्या है और कब इसकी जरूरत पड़ती है-
पोस्ट साझा कर दी जानकारी
सुष्मिता सेन ने अपने पिता के साथ अपनी तस्वीर शेयर कर पोस्ट में लिखा, 'अपने दिल को खुश और खुद को साहसी रखें, और जब आपको इसकी सबसे अधिक आवश्यकता होगी तो यह आपके साथ खड़ा रहेगा शोना ये मेरे पिता के कहे शब्द हैं।
मुझे कुछ दिन पहले दिल का दौरा पड़ा था… मेरी एंजियोप्लास्टी हुई है… स्टेंट लगा है… और सबसे जरूरी बात, मेरे हृदय रोग विशेषज्ञ ने पुष्टि की है कि मेरा दिल बड़ा है बहुत से लोगों को उनकी समय पर सहायता के लिए धन्यवाद देना चाहिए।
क्या है एंजियोप्लास्टी?
एंजियोप्लास्टी एक प्रकार की सर्जरी है। इस सर्जरी के माध्यम से रक्तधमनियों को चौड़ा किया जाता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन ठीक से होता है। इसे कई नामों से जाना जाता है, कई मौके पर लोग एंजियोप्लास्टी बाईपास सर्जरी और बैलून एंजियोप्लास्टी भी कहते हैं। इस हीलिंग टेक्निक से दिल की सभी समस्याओं का निवारण हो जाता है।
कब की जाती है एंजियोप्लास्टी?
डॉक्टर्स की मानें तो दिल की रक्तधमनियों में ब्लड क्लॉट बनने से ब्लड सर्कुलेश सही से नहीं हो पाता है। ब्लड क्लॉट की वजह से रक्तधमनियों में ब्लॉकेज आ जाती है। जिस वजह से सीने में दर्द होने लगता है, सांस लेने में तकलीफ होती है, घबराहट महसूस होती है और पसीना आने लगता है। ऐसी स्थिति में पेशेंट को तुरंत ट्रीटमेंट की जरूरत होती है।
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