भ्रष्टाचार की नर्सरी: बरेली में तीन कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त, सचिव निलंबित
बीडीओ को प्रतिकूल प्रविष्टि, मीरगंज के गांव धंतिया में हाईटेक नर्सरी बनाने के नाम पर 25 लाख रुपये हड़पने की बनाई गई थी योजना
बरेली, अमृत विचार। मीरगंज के ग्राम धंतिया में हाईटेक नर्सरी बनाने के नाम पर हुए फर्जीवाड़े में सीडीओ जग प्रवेश ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने ब्लाक में तैनात रोजगार सेवक शिव कुमार, कंप्यूटर आपरेटर सुहेल अख्तर व तकनीकी सहायक धर्मेंद्र कुमार की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। सचिव लवश्रेष्ठ को निलंबित किया है, जबकि बीडीओ हर्षेंद्र कुमार को प्रतिकूल प्रवृष्टि दी है। अमृत विचार ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था।
जनवरी माह में गांव धंतिया के मजरा खुदागंज में रेखा स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष रेखा ने मनरेगा के तहत हाईटेक नर्सरी बनाने के लिए ब्लॉक के अधिकारियों और कर्मचारियों से साठगांठ कर ढाई लाख के बजाय 25 लाख का एस्टीमेट मंजूर करा लिया था। ब्लॉक के स्टाफ ने मौके पर जाए बगैर कागजी सत्यापन कर दिया था।

ग्राम समाज के बजाय एक निजी जमीन पर नर्सरी बनाई जा रही थी। ग्राम प्रधान ज्ञान सिंह वर्मा की शिकायत पर डीसी मनरेगा गंगाराम वर्मा ने गांव जाकर जांच की तो मामला पकड़ में आया। समूह की अध्यक्ष, तकनीकी सहायक, सचिव आदि की भूमिका की जांच के बाद कार्रवाई के लिए बीडीओ हर्षेंद्र सिंह को पत्र भेजा गया, लेकिन खुद को घिरता देख बीडीओ कार्रवाई करने से बचते रहे।
मामला संज्ञान में आने पर सीडीओ ने सख्ती की तो फरवरी में बीडीओ के साथ ही तकनीकी सहायक को भी नोटिस भेजा गया, लेकिन वह गोलमाल जवाब देकर पल्ला झाड़ते दिखे। प्रकरण से जुड़ी पत्रावलियां डीएम शिवाकांत द्विवेदी और सीडीओ जग प्रवेश को भेजी गईं। कार्रवाई की संस्तुति मिलने पर शनिवार को आउटसोर्सिंग पर लगे रोजगार सेवक समेत तीन कर्मियों की सेवा सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गईं।
सरकारी पैसे हड़पने को बनाया समूह फिर भी क्लीनचिट
जांच के दौरान डीसी मनरेगा के सामने ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि समूह की अध्यक्ष और उसके सदस्य लंबे समय से घोटाला कर रही हैं। अब तक मनरेगा के लाखों रुपये ठिकाने लगाए हैं। डीसी मनरेगा ने इसके बाद गांव में अध्यक्ष और सदस्यों के माली हालत के बारे में छानबीन की। अधिकतर महिलाओं के दोमंजिला पक्के मकान बने मिले थे। फिलहाल, मामले में समूह की अध्यक्ष को क्लीनचिट देने पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
एपीओ पर कार्रवाई न करने पर चर्चाएं तेज
रोजगार सेवक समेत तीन कर्मियों की सेवाएं समाप्त करने और एपीओ राघवेंद्र पर कार्रवाई के नाम पर केवल दूसरे ब्लाक में भेजे जाने का मामला भी चर्चा विषय बना हुआ है। सूत्रों के अनुसार राजनीतिक दबाव के चलते कार्रवाई नहीं की गई है।
नवाबगंज के तकनीकी सहायक पर भी कार्रवाई
ग्राम प्रधान के फर्जी हस्ताक्षर कर मास्टररोल जारी करने समेत कई अनियमितताओं में घिरे नवाबगंज में तैनात तकनीकी सहायक अरविंद कुमार की भी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। डीसी मनरेगा गंगाराम वर्मा ने बताया कि गत वर्ष दिसंबर माह में अहरोला पैगा गांव का निरीक्षण किया था। वहां गड़बड़ियां मिली थीं। तकनीकी सहायक को नोटिस भेजा गया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
ग्राम धंतिया में नर्सरी खोलने के मामले में रोजगार सेवक समेत तीन कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने के साथ ही सचिव और बीडीओ पर भी शिकंजा कसा गया। समूह की अध्यक्ष की भूमिका की जांच कराई जा रही है। उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगा- जग प्रवेश, सीडीओ।
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