बरेली: IGRS पर फिर शिकायतों की बौछार, किसानों में सबसे ज्यादा हाहाकार
बरेली, अमृत विचार। आईजीआरएस पर आने वाली शिकायतों के हर महीने शत-प्रतिशत निस्तारण के दावे के बावजूद उनकी रफ्तार कम नहीं हो रही है। इस बार 10 दिनों में ही करीब दो हजार शिकायतों ने फिर 46 विभागों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर दिया है।
सरकार का सबसे ज्यादा फोकस किसानों पर है लेकिन सबसे ज्यादा शिकायतें किसानों की ही हैं। पहली बार 196 शिकायतें नगर विकास से संबंधित आईजीआरएस पर आई हैं। निकाय चुनाव से ऐन पहले इन शिकायतों से चुनावी हवा का भी अनुमान लगाया जा सकता है।
आईजीआरएस पर ऑनलाइन और हेल्पलाइन दोनों के जरिए पहुंचने वाली शिकायतों की तादाद महीने दर महीने बढ़ती जा रही है। 1 मार्च से 10 मार्च तक कुल 1941 शिकायतें आई हैं जिसमें सर्वाधिक 504 शिकायतें कृषि विभाग के खिलाफ हैं।
इसके बाद दूसरी सबसे ज्यादा संख्या हमेशा की तरह राजस्व एवं आपदा विभाग से परेशान लोगों की है जिन्होंने 208 शिकायतें की हैं। तीसरा नंबर नगर विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन के कामकाज के खिलाफ हुई शिकायतों का है। इस विभाग से संबंधित 196 शिकायतें आईजीआरएस पर दर्ज हुई हैं। इसके बाद 172 शिकायतें ग्राम्य विकास विभाग से संबंधित हैं।
समाज कल्याण विभाग पर तमाम योजनाएं क्रियान्वित करने की जिम्मेदारी है। बुजुर्गों समेत कई पेंशन जारी होती हैं। इस विभाग के खिलाफ आईजीआरएस पर 10 दिन में 119 शिकायतें की गई हैं। खाद्य एवं रसद विभाग के संबंध में राशन कार्ड न बनने और राशन न मिलने जैसी कई शिकायतें हैं।
स्थानीय अधिकारियों के स्तर पर इनका निस्तारण न होने की वजह से 98 लोगों ने आईजीआरएस पर शिकायत की है। इसके अलावा पंचायती राज विभाग की 96, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की 89, बाल विकास पुष्टाहार विभाग की 63, महिला कल्याण की 44, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास की 38, पीडब्ल्यूडी की सड़कें खराब होने से संबंधित 32 और दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की 24 शिकायतें की गई हैं।
इसके अलावा चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ, ऊर्जा विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, सिंचाई जल संसाधन, आवास एवं शहरी नियोजन, उच्च शिक्षा विभाग, वित्त, नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग समेत कई विभागों से संबंधित 22 से लेकर 13 तक शिकायतें की गई हैं। कलेक्ट्रेट के एक अधिकारी के मुताबिक हेल्पलाइन के जरिए 1327 और ऑनलाइन 614 शिकायतें दर्ज कराई गई हैं।
छुट्टा पशुओं पर सिस्टम भी बेबस, पुरानी शिकायतें
निराश्रित गोवंश की वजह से दिक्कतें होने की 83 शिकायतें आईजीआरएस पर दर्ज हुई हैं। छुट्टा गोवंशीय पशुओं से संबंधित पिछले महीने की 83 शिकायतों में से 12 का आंशिक निस्तारण हुआ है और 11 पूरी तरह निस्तारित करने का दावा किया गया है लेकिन 59 यानी करीब 70 फीसदी शिकायतें लंबित हैं। अब तक डिफाल्टर की श्रेणी में एक भी नहीं है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन संदर्भ पर ग्राम्य विकास विभाग से संबंधित इनको मिलाकर 108 शिकायतें दर्ज हुईं जिसमें से अभी 82 शिकायतें लंबित हैं।
प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह करेंगे शिकायत निस्तारण की समीक्षा
जिले के प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह 13 मार्च को बरेली दौरे पर आ रहे हैं। करीब तीन घंटे तक वह कलेक्ट्रेट के सभागार में कानून व्यवस्था के साथ सीएम हेल्पलाइन, आईजीआरएस, थाना दिवस, ब्लॉक दिवस, तहसील दिवस के कार्यों की समीक्षा के साथ ग्राम चौपाल के आयोजन एवं प्राप्त शिकायतों का मेरिट के आधार पर निस्तारण व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। प्रभारी मंत्री की समीक्षा को लेकर प्रशासनिक अफसरों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
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