मुरादाबाद : मंडल में बिना गार्ड के दौड़ रहीं 40 प्रतिशत गुड्स ट्रेनें, 100 से ज्यादा गार्ड के पद खाली

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Published By Bhawna
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खतरा : मंडल में बिना गार्ड के दौड़ रहीं 40 प्रतिशत गुड्स ट्रेनें- मंडल में हर दिन चल रहीं 200 गुड्स ट्रेनें

मुरादाबाद, अमृत विचार। मंडल में मालगाड़ियां का संचालन अमनने ढ़ग से हो रहा है। रोजाना मुख्यालय से 200 से अधिक मालगाड़ी चल रहीं हैं। लेकिन इसमें 40 प्रतिशत से अधिक गाड़ी बिना गार्ड के ही दौड़ रही हैं। कर्मचारियों की कमी की वजह से तमाम मालगाड़ियां बिना गार्ड के चलाई जा रही हैं। ऐसे में कभी भी हादसा हो सकता है।

वैसे रेलवे अधिकारी संरक्षा की बात तो दावे के साथ करते हैं, लेकिन इस ओर ध्यान कम ही हैं। अधिक राजस्व देने वाली मालगाड़ियों के निर्बाध संचालन में गार्ड की अहम भूमिका मानी जाती है। क्योंकि मालगाड़ी के पीछे लगने वाले ब्रेकवान में मौजूद गार्ड को संचालन की हर गतिरोध पर नजर रखनी पड़ती है। हर स्टेशन पर सिग्नल एक्सचेंज कराना, वैगनों में कोई गड़बड़ी दिखने पर ड्राइवर को सूचित करना, हैंड ब्रेक लगाकर गाड़ी की गति को धीमा करना, खतरा भांपना, लूप लाइन में मालगाड़ी को खड़ा करते वक्त कोई डिब्बा दूसरी लाइन पर तो नहीं व दूसरी लाइन से गुजर रही ट्रेन का ध्यान रखना समेत कई महत्वपूर्ण काम करने पड़ते हैं।

ऐसे में मालगाड़ियों में गार्ड की तैनाती न होना संरक्षा के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। फिलहाल, मालगाड़ियों में टेल लैंप लगाए जा रहे हैं, जो स्टेशन मास्टर को सिर्फ यह सूचना देते हैं कि पूरी ट्रेन स्टेशन से गुजरी है। इसके अलावा सहायक ड्राइवरों को गार्ड के हिस्से का काम सौंपा जा रहा है। जिससे हादसों की संभावना बढ़ रही है। सूत्रों की मानें तो मुरादाबाद में गार्डों के 110 पद खाली हैं। जबकि कि रोजाना 200 से ज्यादा मालगाड़ियां चल रही हैं।

पीओएल यानी संचालन की क्षमता 80 है। जिसके कारण कुछ मालगाड़ियां बिना गार्ड के चल रही हैं। वहीं, कर्मचारी संगठनों की भी मांग है कि रेलवे को रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती करनी चाहिए। जिससे मालगड़ियों में गार्ड की कमी को पूरा किया जा सके।

यह हैं रेलवे के नियम

  • सिवाय आपात काल के कोई भी ट्रेन बिना गार्ड के संचालित नहीं होगी।
  • आपातकाल में सीनियर डीओएम या डीओएम की पूर्व अनुमति से केवल दिन के समय बिना गार्ड के मालगाड़ी का संचालन किया जा सकता है।
  •  ऐसी गाड़ियों के संचालन संबंधी अलग से एक रजिस्टर कंट्रोल कार्यालय में रखा जाना चाहिए।

वैसे तो सभी मालगाड़ियों में गार्ड तैनात किए जाते हैं। लेकिन, कुछ मालगाड़ियां ही बिना गार्ड के चल रही हैं। जिसमें भी संरक्षा का ख्याल रखा जा रहा है। सहायक ड्राइवरों को गार्ड के उपकरण दिए जाते हैं, जिससे कोई हादसा न हो। -अजय नंदन, डीआरएम

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