Chaitra Navratri 2023 Day 5 : मां के जयकारे के साथ मंदिरों में पहुंचे भक्तों ने की पूजा-अर्चना

कानपुर में नवरात्रि के पांचवे दिन देवी मां के मंदिरों में पहुंचे भक्तों ने की पूजा-अर्चना।

Chaitra Navratri 2023 Day 5 : मां के जयकारे के साथ मंदिरों में पहुंचे भक्तों ने की पूजा-अर्चना

कानपुर में नवरात्रि के पांचवे दिन देवी मां के मंदिरों में पहुंचे भक्तों ने की पूजा-अर्चना। जय माता दी के जयकारे के साथ भक्त मंदिरों में पहुंच कर पूजन अर्चन कर रहे।

कानपुर, अमृत विचार। Chaitra Navratri 2023 Day 5 नवरात्र के पांचवे दिन आनंदेश्वर सहित शहर के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही लगना शुरू हो गई थी। जय माता दी के जयकारे के साथ भक्त मंदिरों में पहुंच कर पूजन अर्चन कर रहे।

रविवार को बिरहाना रोड पर तपेश्वरी मंदिर, बारादेवी मंदिर, किदवई नगर में जंगली देवी मंदिर, शास्त्री नगर में काली मटिया मंदिर, दामोदर नगर में वैष्णों देवी मंदिर, मंधना में वैष्णों देवी मंदिर में भक्तों की काफी भीड़ रही। ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज द्विवेदी ने बताया कि नवरात्र के पंचम दिवस पर स्कंदमाता की उपासना होती है। माता गौरी और शिव शंकर के पुत्र कार्तिकेय को स्कंद नाम से भी जाना जाता है।

कुमार कार्तिकेय ने देवासुर संग्राम में देवताओं का सेनापति बन कर असुरों को परास्त किया था। देवता भी इनकी महिमा गाते हैं और पुराणों में भी इन्हे महावीर बताया गया है। इन्ही भगवान स्कन्द की माता होने के कारण इन्हे स्कंदमाता कहा जाता है। माता का वर्ण पूर्णतया शुभ्र है, माता कमल के आसान पर भी दिखाई जातीं हैं, इसलिए इन्हे पद्मासना देवी भी कहा जाता है। पूजन अर्चन में केले का भो लगा सकते हैं। माता को लाल रंग वाले फूल अर्पित करने चाहिए। उनकी पूजन के दौरान या देवी सर्वभूतेषु मां स्कंदमाता रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: मंत्र का उच्चारण किया जा सकता है।