लखनऊ: RTO में व्यवसायिक वाहनों की फिटनेस के नाम पर लाखों की वसूली

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Published By Jagat Mishra
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पास-फेल करने का खेल, 200 में 175 गाड़ी हो रही फेल

अमृत विचार,लखनऊ। जिले का ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ कार्यालय और वाहन परीक्षण एवं प्रमाणीकरण केन्द्र इन दिनों बड़े स्तर पर भ्रष्ट्राचार का अड्डा बन गया है। यहां पर व्यवसायिक वाहनों के फिटनेस के नाम पर लाखों की वसूली चल रही है। वाहनों के फिटनेस के लिए फिटनेस सेंटर के बाहर बीते तीन सप्ताह से वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। फिटनेस के लिए वाहन स्वामी और चालक आरआई व फिटनेस केन्द्र के मैनेजर अंकुश राय के आराम तलब सोफे वाले कमरे का चक्कर लगाने को मजबूर हैं फिर भी कई कई दिनों तक वाहन का फिटनेस नहीं हो पा रहा है। 

जबकि दूसरी तरफ हाल यह है कि यहां बिना मोटी रकम दिये एक भी गाड़ी फिटनेस केन्द्र के अंदर प्रवेश नहीं कर सकती हैं। जिन गाड़ियों का सुविधा शुल्क मिल जाता है उन्हें ही प्रवेश टोकन दिया जाता है। टोकन देने के नाम पर वसूली का खेल जारी है यहां आने वाले व्यवसायिक वाहन मालिक फिटनेस को लेकर कितना परेशान,बेबस है उसकी बात को कोई सुनने वाला नहीं है। ट्रांसपोर्टरों का एक दिन में भारी नुकसान हो रहा है वह अपनी गाड़ियों की किश्त तक अदा नहीं कर पा रहे है फिर भी आरआई व मैनेजर अपनी जेबे भरने में लगे हैं।

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अमृत विचार की टीम ने मौके पर जाकर जब वाहन संचालकों से बात की तो यूपी32EN4785के मालिक ने बताया की उनकी गाड़ी 28/2/2023 से खड़ी है जिसका आज तक फिटनेस नहीं हो पा रहा है। सैकड़ो संचालक और चालक परेशान है। 200 गाड़ियों में 175 गाड़िया फेल हो रही हैं। अपने वाहनों का फिटनेस कराने के लिए यहां तीन सप्ताह से वाहन चालक व स्वामी लाचार है वाहन स्वामियाें का आरोप है कि फिटनेस के नाम पर यहां अवैध वसूली का खेल जारी है, 1200 की रसीद की जगह 20 हजार रुपये लिया रहा है फिर भी गाड़ी की रिर्पोट फेल आ जा रही है। वाहन संख्या यूपी 32 केएन 7514,यूपी 32 केएन5007 के वाहन संचालकों ने बताया कि हम लोग अभी कोविड-19 से उबर नहीं पाए हैं गाड़ियों का कारोबार नहीं चल पा रहा आरटीओ के आरआई हम लोगों की पीड़ा सुनने के बजाय आर्थिक शोषण कर रहे हैं।

तीन दिन में आ रही है पास-फेल की रिर्पोट
ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि आरटीओ में वाहन फिटनेस के लिए परिवहन विभाग की ओर से उन्हें कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। यह की व्यवस्था अव्यवस्था की भेट चढ़ गयी है। वास्तविक बात तो यह है कि यहां गाड़ियों की फिटनेस की रिपोर्ट पास या फेल है इसकी रिपोर्ट 3 दिन में आ रही है ऐसे में वाहन चालक गाड़ी लेकर फिटनेस केंद्र के बाहर इंतजार करने को बाध्य हैं। जबकि पहले एक दिन में रिर्पोट मिल जाती थी वाहन स्वामी को काफी नुकसान हो रहा है ।

वर्जन--- 
व्यवसायिक वाहनों की फिटनेस की समस्या गंभीर है। इसको लेकर आज 11 बजे मै खुद फिटनेस केन्द्र पहुंचकर जानकारी लूंगा। इसकी गहन समीक्षा कर 72 घंटे के अंदर समस्या का समाधान किया जायेगा । संबंधित अधिकारी की शिथिलता व सुविधा शुल्क शिकायत की जांच कराकर सख्त कार्रवाई होगी । निर्मल प्रसाद,अपर परिवहन आयुक्त,परिवहन विभाग ।


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