फिर लौटा कोरोना

Amrit Vichar Network
Published By Vishal Singh
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देश में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामले चिंताजनक हैं। विशेषज्ञ मामले बढ़ने की वजह कोरोना का नया वेरियंट बता रहे हैं। 24 घंटों में 1,805 नए मामले सामने आए हैं। यह पिछले 210 दिनों में सबसे अधिक हैं। 24 घंटे में संक्रमण से छह लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 5,30,837 हो गई है। चंडीगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में एक-एक संक्रमित की मौत हुई जबकि केरल में संक्रमण से दो लोगों की मौत हुई है।

चिंता की बात है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के मितौली स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में एक महिला अध्यापक व 38 छात्राएं कोरोना पाजिटिव पाई गई हैं। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री ने कोरोना और इंफ्ल्युंजा की स्थिति का आकलन करने के लिए उच्चस्तरीय बैठक की थी। बैठक में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और इंफ्रास्ट्रक्चर, टीकाकरण अभियान की स्थिति, नए कोविड 19 वेरिएंट्स और इंफ्ल्युंजा के मामलों पर चर्चा की गई थी। एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट की वजह से इस समय संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।

सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने सभी अधिकारियों के साथ बैठक की। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। बढ़ते मामलों से  निपटने की तैयारी का जायजा लेने के लिए 10 और 11 अप्रैल को राष्ट्रीय स्तर पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। मॉक ड्रिल में सरकारी और निजी दोनों तरह के अस्पताल शामिल होंगे। इसमें दवाइयां, मरीजों के लिए बिस्तर, मेडिकल इक्विपमेंट और मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता का जायजा लिया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में उपचाराधीन मरीज़ों की संख्या 10,300 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, संक्रमितों की संख्या 4.47 करोड़ हो गई है।

मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीज़ों की संख्या कुल मामलों का 0.02 प्रतिशत है जबकि संक्रमण से उबरने की राष्ट्रीय दर 98.79 फीसदी है। अब तक 4,41,64,815 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं जबकि मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 220.65 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं। उल्लेखनीय है दुनिया में एक दिन में औसतन 94 हजार केस आ रहे हैं। दुनिया के 19 प्रतिशत कोरोना मामले अमेरिका, 12.6 प्रतिशत मामले रूस और सिर्फ एक प्रतिशत मामले भारत में मिल रहे हैं। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। केस बढ़ने के पीछे एक वजह मौसम बदलना भी हो सकता है। कोविड उपयुक्त व्यवहार अपनाए जाने पर जोर दिया। अगर किसी ने बूस्टर डोज नहीं लिया है तो उन्हें ये डोज लेनी चाहिए।