पीलीभीत: गैंगरेप के मुकदमे में आरोपी युवती ने थाना गेट पर गर्दन पर चलाया ब्लेड, जमकर हंगामा 

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Published By Vikas Babu
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अपने परिवार पर दर्ज मुकदमे को झूठा बता लगाई न्याय की गुहार 

पीलीभीत, अमृत विचार। एडीजी के निर्देश पर दर्ज की गई सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट में पीड़िता के बयान कराने के बाद पुलिस ने अभियुक्तों की धरपकड़ को प्रयास तेज किए ही थे कि हंगामा हो गया है। आरोपी युवती ने थाना सुनगढ़ी पहुंचकर मुकदमे को फर्जी बताते हुए पुलिस पर गलत कार्रवाई करन का आरोप लगा न्याय की गुहार लगाई और फिर ब्लेड से गर्दन पर वार कर खुद को लहूलुहान कर लिया।

करीब पौन घंटे बाद उसे काबू किया गया तो पता चला कि वह और उसकी मां ने जहरीला पदार्थ भी खा रखा है। युवती को पुलिस ने जिला अस्पताल भर्ती कराया। वहीं, कुछ रिश्तेदार उसकी मां को लेकर जिला अस्पताल पहुंच गए। दोनों को अस्पताल में भर्ती कर इलाज कराया जा रहा है।

एडीजी के निर्देश पर सुनगढ़ी थाने में क्षेत्र की एक महिला की ओर से सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। जिसमें बताया था कि उसकी 16 वर्षीय पुत्री की पड़ोस की रहने वाली युवती से दोस्ती थी। एक दिन युवती ने उनकी बेटी को नया सूट लाकर दिया। जब किशोरी सूट पहन रही थी तो उसका चोरी से वीडियो बना लिया।

उसके बाद चोरी से बनाए गए इसी वीडियो को दिखाकर वायरल करने की धमकी देते हुए उसके सहेली के पिता ने दुष्कर्म किया। किसी से शिकायत करने पर बदनाम करने की धमकी दी गई। उसके बाद एक दिन पीड़िता (वादिनी की पुत्री) स्कूल से घर जा रही थी। डिग्री कॉलेज के पास पहुंचते ही उसे पड़ोस में रहने वाली उसकी सहेली ने रोक लिया।

उसके साथ विमल महाजन व एक अन्य युवक कार में बैठा था। आरोप है कि बेटी को जबरन कार में बैठा लिया और फिर चलती कार में दोनों युवकों ने दुष्कर्म किया। विरोध करने पर पूर्व में बनाई गई वीडियो वायरल करने की धमकी देते रहे थे। इस मुकदमे में सुनगढ़ी पुलिस ने पीड़िता के कोर्ट में बयान कराए और गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी। इसी बीच गुरुवार को हंगामा हो गया। आरोपी युवती दोपहर में सुनगढ़ी थाने पहुंची।

उस वक्त इंस्पेक्टर समेत अधिकांश पुलिसकर्मी नवरात्रि की ड्यूटी पर क्षेत्र में गए हुए थे। युवती ने खुद पर दर्ज मुकदमे को फर्जी बताया और दबाव में उनके परिवार को जेल भेजने की कोशिश करने का आरोप पुलिस पर लगा दिया। युवती करीब पौन घंटे तक थाना परिसर और गेट पर चीखते चिल्लाते हुए हंगामा करती रही। खुद के परिवार के लिए न्याय की गुहार लगाई। इसी बीच युवती ने बताते हैं कि ब्लेड से गर्दन पर वार कर खुद को लहूलुहान कर लिया।

जिससे हड़कंप मच गया। सुनगढ़ी इंस्पेक्टर राजीव शर्मा भी आ गए। किसी तरह महिला पुलिस की मदद से युवती को काबू किया गया। उसे अस्पताल भेजा जा रहा था कि उसने बताया कि वह और उसकी मां ने जहरीला पदार्थ भी खा लिया है। फिर आनन-फानन में सरकारी गाड़ी से ही उसे अस्पताल भर्ती कराया। उधर, युवती की मां को भी कुछ परिचित अस्पताल ले आए थे। जिनके जहर खाए होने का अंदेशा जताते हुए डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया। पूरे मामले से अधिकारियों को अवगत कराया गया। युवती के हंगामे के चलते थाना गेट पर भीड़ लगी रही। 

बोलीं- हमें न्याय नहीं मिल पा रहा, क्या करते...
जिला अस्पताल में भर्ती आरोपी युवती की मां ने अपने और बेटी के जहरीला पदार्थ खाए होने की बात स्वीकार की। उनका कहना था कि उनके पति, बेटी आदि को झूठे मुकदमे में फंसा दिया गया है। इस मामले में पूर्व में ही सर्किल अफसरों द्वारा जांच की गई और मामला झूठा निकला था।

अब दबाव में बेगुनाहों को पुलिस जेल भेजने की तैयारी कर रही है। दो दिन पहले ही बरेली जाकर पुलिस अधिकारियों से मिली। मगर, न्याय मिलने के बाद उनके बहेड़ी बरेली में रहने वाले बड़े दामाद को सुनगढ़ी पुलिस ने हिरासत में ले लिया और बेटी और पति को हाजिर कराने का दबाव बना रहे थे। जब गुनाह नहीं किया तो जेल क्यों जाए? न्याय मिलने की उम्मीद नहीं दिखी, इसलिए ऐसा कदम उठाया है। उन्होंने निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाई की गुहार लगाई। 

पहले पीड़िता ने खाया था जहरीला पदार्थ
बताते हैं कि मुकदमा दर्ज कराने वाली पीड़िता ने भी एडीजी कार्यालय पहुंचकर जहरीला पदार्थ खा लिया था। उसका कहना था कि उसकी सुनवाई में पुलिस टालमटोल कर रही है। इस घटना के बाद हड़कंप मच गया था। उसके बाद ही एडीजी के निर्देश पर सुनगढ़ी थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। अब विवेचना के दौरान ही आरोपी पक्ष से मां-बेटी के जहर खाने की घटना सामने आ गई है। 

जिस युवती ने थाने आकर खुद को घायल किया है। उस पर व उसके पिता समेत अन्य पर पूर्व में सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। जिसमें पीड़िता के बयान दर्ज कराए जा चुके हैं। इस मामले में अग्रिम कार्रवाई चल रही है। युवती व उसकी मां को अस्पताल भर्ती कराया गया है। पुलिस ने युवती के किसी रिश्तेदार को हिरासत में नहीं लिया है--- राजीव कुमार शर्मा, सुनगढ़ी इंस्पेक्टर।

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