बरेली: पीएम आवास के लिए पैसे मांगते थे डूडा वाले, लावारिस पाइप बन गया मुफ्त का आशियाना
बाकरगंज में लावारिस छोड़े गए ह्यूम पाइप में रह रहे हैं कई परिवार
बरेली,अमृत विचार। पीएम आवास का सपना हर गरीब बेघर की आंखों में है, लेकिन व्यवस्था कुछ ऐसी है कि मुफ्त में वह भी मयस्सर नहीं होता। बाकरगंज के कई परिवारों ने पीएम आवास के लिए आवेदन किया था लेकिन डूडा वालों ने पैसों की मांग पूरी न होने पर फाइल नहीं बढ़ने दी। आखिर उन ह्यूम पाइप को ही उन्होंने आशियाना बना लिया जो किसी पुलिया में लगने आए थे मगर उनकी किस्मत से इस्तेमाल नहीं हो पाए और लावारिस पड़े छोड़ दिए गए। ये परिवार इन ह्यूम पाइप में अपनी दस साल की जिंदगी काट चुके हैं।
बाकरगंज में एक खाली प्लाट में कई झोंपड़ियां मौजूद है। इन्हीं के आसपास कई परिवार ह्यूम पाइप में रहते हुए गुजर-बसर कर रहे हैं। यहीं रहने वाले आकाश के मुताबिक वे लोग करीब 10 साल से यहां रह रहे है। शुरुआत में ही पीएम आवास के लिए आवेदन किया था लेकिन अब तक मंजूरी नहीं मिली। कई बार गांधी उद्यान के पास डूडा कार्यालय जाकर पूछताछ की, लेकिन कर्मचारी आवेदन मंजूर होने से पहले ही अपना हिस्सा मांगने लगे। उन्हें पैसा देना बस की बात न होने की वजह से उन्हें पीएम आवास नहीं मिल पाया और उन्होंने ह्यूम पाइप को ही अपना घर मान लिया। बोले, बारिश के मौसम में दिक्कत होती है लेकिन फिर इसी पाइप में रहते उन्हें 10 साल हो गए हैं।
मां और भाई मजदूरी हैं। हम लोगों को इस पाइप में रहते हुए करीब 10 साल हो गए हैं। डूडा में आवेदन किया था लेकिन हमें मकान नहीं मिल पाया - पूजा, बाकरगंज।
हम तो बचपन से इसी पाइप में रह रहे है। बारिश होती है तो सभी को परेशान होना पड़ता है। नेताओं और अफसरों को हमें मकान दिलाना चाहिए- आदित्य, बाकरगंज।
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