हल्द्वानीः केंद्रीय पर्यटन एवं रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट बोले- गौलापार में पहले बायोडायवर्सिटी पार्क, फिर बनेगा जू
हल्द्वानी, अमृत विचार। हल्द्वानी में एक भी टूरिस्ट डेस्टीनेशन नहीं है, लेकिन वो दिन अब दूर नहीं जब पर्यटक पहाड़ का सफर तय करने से पहले सैर-सपाटे के लिए हल्द्वानी और गौलापार जाएंगे। लंबे समय से प्रस्तावित जू से पहले गौलापार में बायोडायवर्सिटी पार्क का निर्माण होगा और उसके बाद जू। यह बात केंद्रीय पर्यटन एवं रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कही। भट्ट पार्क के लिए प्रस्तावित भूमि का निरीक्षण करने पहुंचे थे।
मंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों से बायोडायवर्सिटी पार्क के निर्माण संबंधी पूरी जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि 42 हेक्टेयर भूमि पर बायोडायवर्सिटी पार्क प्रस्तावित है, जिसमें विभिन्न जैव विविधताओं की वनस्पतियों के साथ ही पर्यटन के दृष्टि से आकर्षक बनाया जाएगा।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने कहा कि दूर-दराज से आने वाले पर्यटकों के लिए हल्द्वानी में कोई टूरिस्ट डेस्टिनेशन नहीं है। इसीलिए सरकार बायोडायवर्सिटी पार्क और उसके बाद जू का निर्माण करेगी। जिससे कि दूर-दराज से आने वाले पर्यटकों को हल्द्वानी में एक पर्यटन का डेस्टिनेशन मिलेगा, जिसमें वह विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और बेहतर टूरिस्ट डेस्टिनेशन का आनंद ले सकेंगे। केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने बताया कि वर्तमान में भारत सरकार के नियमों के अनुसार अभी भूमि ट्रांसफर को लेकर कोई तकनीकी दिक्कत नहीं है।
लिहाजा जल्द राज्य व केंद्र सरकार वार्ता कर इसमें तेजी से बायोडायवर्सिटी पार्क के निर्माण के लिए कार्य करेंगे। प्रथम चरण में पार्क का कार्य पूरा होने के पश्चात 300 हेक्टेयर में जू प्रस्तावित है, जिसमें टाइगर, लेपर्ड सहित अन्य प्रजातियों के विभिन्न जानवर दिखाई देंगे। कुल मिलाकर हल्द्वानी में 1 टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने का सरकार का लक्ष्य है।
निरीक्षण के दौरान जिला अध्यक्ष प्रताप, कुमाऊं वन संरक्षक प्रशांत कुमार पात्रों, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, मुख्य वन संरक्षक संदीप कुमार, उप जिलाधिकारी मनीष कुमार बिष्ट, रेनू अधिकारी, साकेत अग्रवाल, दिनेश खुल्बे, विजय मनराल, मुकेश बेलवाल, नवीन भट्ट, दीपक पांडे, लक्ष्मण खाती, प्रकाश हरबोला, भावना शाह, प्रदीप बिष्ट, पान सिंह मेवाड़ी, प्रताप रैकवार, बालम बिष्ट, प्रकाश बिष्ट आदि थे।
