पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रकरण : ललित की हिस्ट्रीशीट खोलकर गैंग पंजीकृत करेगी पुलिस
प्राथमिकी जांच में सीडीआर रिपोर्ट के आधार पर लगभग छह पुलिसकर्मियों को चिह्नित भी किया गया हैं
मुरादाबाद, अमृत विचार। सीए श्वेताभ तिवारी और व्यापारी कुशांक गुप्ता हत्याकांड का पर्दाफाश कर पुलिस मामले में आरोपी पूर्व ब्लाक प्रमुख की हिस्ट्रीशीट खोलने जा रही है। जिसके तहत गैंग पंजीकरण करने के भी आदेश दिए गए हैं। जबकि, पुलिस कार्रवाई से संबंधित सूचनाएं लीक करने वाले पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट डीआइजी ने मांगी है। प्राथमिकी जांच में सीडीआर रिपोर्ट के आधार पर लगभग छह पुलिसकर्मियों को चिह्नित भी किया गया हैं। इन पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच करने के साथ ही उन पर कार्रवाई होगी।
मूंढापांडे के पूर्व ब्लाक प्रमुख ललित कौशिक के मामलों की जांच में पुलिस को पता चला है कि कई बार शिकायतकर्ता थाने पहुंचकर शिकायत करते थे। लेकिन, कार्रवाई होने से पहले ही कुछ पुलिसकर्मी सूचनाओं को लीक कर देते थे। जिसके बाद आरोपी पूर्व ब्लाक प्रमुख पीड़ित पर दबाव बनाकर शिकायत वापस करा लेता था। काल रिकार्ड और सीडीआर रिपोर्ट के आधार पर ऐसे पुलिस कर्मियों को चिह्नित करके कार्रवाई के आदेश डीआइजी शलभ माथुर ने जारी किए हैं।
पूर्व ब्लाक प्रमुख की संपत्तियों की जांच करने के साथ ही पुराने विवादों की दोबारा से समीक्षा की जा रही है। इसके साथ ही पुलिस गैंग पंजीकरण, गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद हिस्ट्रीशीट खोलने की तैयारी में पुलिस जुट गई है। रविवार को मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए डीआइजी ने जांच से जुड़े सभी अधिकारियों के साथ बैठक की। अभियोजन अधिकारियों से समन्वय बनाकर सभी मामलों में चार्जशीट दाखिल करने के निर्देश भी दिए हैं।
लगातार संपर्क में रहे लोगों से होगी पूछताछ
पूर्व ब्लाक प्रमुख के करीबियों से पुलिस जल्द ही पूछताछ करेगी। मोबाइल काल रिकार्ड के आधार पर पुलिस अधिकारियों ने एक सूची तैयार की है। जिसमें नेता, कारोबारियों के साथ ही कुछ सट्टेबाजों और जुआरियों के नाम शामिल हैं। इन सभी से पूछताछ के लिए पुलिस तैयारी कर रही है। जल्द ही इनसे और पूर्व ब्लाक प्रमुख के बीच कैसे संबंध थे, इसको लेकर जांच कराई जाएगी।
कुशांक और सीए हत्याकांड में जेल भेजे गए आरोपी पर गैंग पंजीकरण, गैंगस्टर के साथ ही उसकी हिस्ट्रीशीट खोलने के निर्देश जारी किए गए हैं। जेल भेजे जाने के बाद से लगातार आरोपियों के खिलाफ शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। सभी मामलों की निष्पक्षता से जांच के निर्देश दिए गए हैं। काल डिटेल्स के आधार पर आरोपी के जो भी करीबी या मददगार रहे हैं, उनसे भी पूछताछ के निर्देश एसएसपी को दिए हैं। -शलभ माथुर, डीआइजी
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