बरेली : 260 से लेकर 1200 रुपए किलो तक बिक रहा खजूर, जानिए इसे खाने के फायदे 

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Published By Vishal Singh
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बरेली, अमृत विचार। रमजान का पवित्र महीना चल रहा है। रोजेदार इफ्तार के दौरान खजूर खाकर ही रोजा खोलते हैं। यह खाने में स्वादिष्ट होने के साथ ही कई पौष्टिक तत्वों से भरपूर है। इसमें प्राकृतिक मिठास होती है जो कि शरीर को भरपूर एनर्जी प्रदान करती है। खजूर में फाइबर की मात्रा भी बहुत होती है, जो कि हमारे पाचन तंत्र को दुरस्त करने में काम आता है। शहर में सऊदी से लेकर ईरान तक से खजूर आ रहे हैं। शहर में आने वाला खजूर 6 से 7 किस्म में आ रहा है।

बताते चलें कि रमजान के दिनों में लोग रोजा रखते हैं और सुबह सूरज उगने से पहले सहरी करते हैं। फिर दिन भर पानी भी नहीं पीते। इसके बाद सूरज ढलने के बाद इफ्तार किया जाता है और इफ्तार शुरू करने से पहले खजूर खाए जाते हैं। इसके बाद ही भोजन करते हैं। 

खजूर में भरपूर मात्रा में आयरन होता है और इसलिए शरीर के लिए यह बहुत ही फायदेमंद माना गया है। खासतौर पर प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए खजूर बहुत अच्छा होता है क्योंकि उन्हें आयरन की अधिक आवश्यकता होती है। साथ ही खजूर मां के दूध को भी जरूरी पोषक तत्व देता है। खजूर खाने से कब्ज की समस्या दूर होती है। खजूर में पोटैशियम भी भरपूर होता है जो कि हार्ट अटैक के खतरे को कम करने में मददगार हो सकता है।

बरेली में अरब, ईरान और ट्यूनीशिया आदि देशों से खजूर आ रहा है। खजूर विक्रेता संजोग आनंद ने बताया कि  उनके पास 6 से 7 तरह के खजूर हैं। सबसे सस्ता कीमिया खजूर है, जिसकी कीमत 260 रुपए किलो है। फर्द खजूर 320 रुपए किलो, कलमी 650 से 700 रुपए किलो बिक रहा है। वहीं डंडी वाली खजूर ट्यूनीशिया से आती है। जिसमें पत्ते की डंडी लगी होती है जो 360 से लेकर 400 रुपए किलो कीमत है। वहीं सबसे महंगा अजवा खजूर पसंद किया जाता है, जो 1100 रुपए किलो बिक रहा है। मेडजोल खजूर सबसे बड़ा खजूर है जो 1200 रुपए किलो बिक रहा है। रमजान में खजूर पानी की कमी पूरी करता है।

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