गोंडा: नलकूप चालक का बेटा बना डिप्टी कलेक्टर, जिले में जश्न का माहौल

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Published By Deepak Mishra
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गोंडा, अमृत विचार। मनकापुर के हरना टायर गांव के रहने वाले संदीप तिवारी ने पीसीएस में चयनित होकर अपनी मेधा का परचम लहराया है मेरिट सूची में संदीप को दसवीं रैंकिंग मिली है। संदीप डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित किए गए हैं। संदीप के चयन पर जिले में जश्न का माहौल है‌। 

संदीप के बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। इसके पहले संदीप राज्य कर विभाग में सहायक आयुक्त के पद पर भी चयनित हो चुके हैं।‌ संदीप ने अपनी सफलता का श्रेय अपने बाबा स्वर्गीय सियाराम तिवारी,पिता शिवकुमार तिवारी, माता जया देवी समेत अपने शिक्षकों को दिया है।

मनकापुर ब्लाक के हरना टायर गांव के रहने वाले संदीप पढाई लिखाई में शुरू से ही मेधावी रहे। संदीप की आठवीं तक की शिक्षा सरस्वती ज्ञान मन्दिर झिलाही बाजार तथा हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की पढाई मनकापुर के एपी इंटर कालेज से हुई। वर्ष 2006 में हाईस्कूल परीक्षा में संदीप को पूरे तहसील में सर्वाधिक अंक मिले थे।‌ 

विज्ञान वर्ग से इंटरमीडिएट की पढाई करने के बाद दिल्ली से कंप्यूटर साइंस से बीटेक किया और फिर सिविल सर्विस की तैयारी में जुट गए। देश का सर्वोच्च परीक्षा आईएएस की मुख्य परीक्षा में दो बार शामिल हुए लेकिन कुछ अंकों से पीछे रह गए। इसके बाद वर्ष 2021की पीसीएस की परीक्षा में संदीप का चयन वाणिज्य कर विभाग के सहायक आयुक्त पद पर हुआ था लेकिन वह इससे संतुष्ट नहीं थे। 

उन्होंने अपना प्रयास जारी रखा। अब पीसीएस 2022 की परीक्षा में संदीप ने अपनी मेधा का परचम लहराते हुए चयन सूची में दसवां सिख न हासिल किया है। संदीप का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ है। शुक्रवार को परीक्षा का परिणाम जारी होते ही संदीप के घर बधाई देने वालों का तांता लग गया। संदीप के चयनित होने पर उनके पैतृक गांव समेत पूरे जिले में जश्न का माहौल है। 

छह भाई बहनों में सबसे बड़े हैं संदीप 
पीसीएस की परीक्षा में टॉप टेन सूची में स्थान बनाकर संदीप ने साबित कर दिया कि प्रतिभा किसी संसाधन की मोहताज‌ नहीं होती। मेहनत और लगन हो तो ग्रामीण परिवेश के बच्चे भी  अपना मुकाम हासिल कर सकते हैं। संदीप के पिता शिवकुमार तिवारी नलकूप चालक हैं और माता जया देवी गृहणी हैं। 6 भाई बहनों में संदीप सबसे बड़े हैं।  संदीप ने अपनी सफलता का अपने स्वर्गीय बाबा सियाराम तिवारी, पिता शिवकुमार तिवारी, माता जया देवी समेत अपने शिक्षकों को दिया है।

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