बरेली: खूंखार कुत्तों के झुंड ने दो बच्चों पर किया हमला, एक की हालत गंभीर, दो माह पहले भी जान जा चुकी है एक बच्ची की
सीबीगंज थाना क्षेत्र के बंडिया गांव का मामला
बरेली/ सीबीगंज, अमृत विचार : सड़कों पर घूमने वाले हिंसक कुत्ते बार-बार बच्चों पर हमला कर रहे हैं लेकिन जिम्मेदारों को बच्चों का दर्द नहीं दिख रहा है। सीबीगंज के बंडिया गांव में दो बच्चों पर कुत्तों ने हमला कर दिया। जिसमें चार साल की बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसे परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पिछले माह भी सीबीगंज में कुत्तों के हमले में एक बच्ची की जान जा चुकी है।
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बंडिया गांव निवासी चार साल की अनहा शुक्रवार की शाम को अपने परिवार के लोगों के साथ खेत पर जा रही थी। इसी दौरान हिंसक कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया और उसे नोच कर घायल कर दिया। दूसरी घटना शनिवार सुबह की है। मथुरापुर गांव में रहने वाले वेद प्रकाश का 10 वर्षीय बेटा सागर अपनी दादी के साथ खेत में घास काटने जा रहा था। इसी दौरान खेत में बैठे कुत्तों ने हमला कर घायल कर दिया। शोर-शराबा सुन आसपास के लोगों ने कुत्ते को भगाया। दोनों बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पिछले माह एक बच्ची की हुई थी मौत: पिछले माह बंडिया गांव में नहर के किनारे रहने वाले अवधेश गंगवार की दो साल की बेटी परी पर कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया था। कुत्ते उसे 100 मीटर घसीटते हुए ले गए। आसपास के लोगों ने कुत्तों को भगाकर बच्ची को बचाया था। हमले में घायल बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
लगातार बच्चों पर हो रहे हैं हमले: सीबीगंज के गांव बंडिया में छह साल के मोरपाल पुत्र नत्थूलाल, सात साल की रोहनी पुत्री दिनेश प्रजापति की कुत्तों के काटने से मौत हो चुकी है। जबकि आठ साल के जुनैद निवासी मथुरापुर और अली हसन समेत 12 से अधिक बच्चों को आवारा कुत्ते काटकर गंभीर रूप से घायल कर चुके हैं। सीबीगंज के मोहल्ला सर्वोदय नगर की 14 वर्षीय बेटी लवी घर से कोचिंग जा रही थी। तभी रास्ते में कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया था, जिससे वह घायल हो गई थी।
अभियान के बाद भी निगम नहीं पकड़ पाया हिंसक कुत्तों: नगर निगम के मथुरापुर वार्ड नंबर 27 में आने वाले बंडिया गांव में पहले हुई घटनाओं के बाद हिंसक कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया गया, लेकिन टीम ने सिर्फ दो कुत्तों को पकड़कर अभियान पूरा कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि पकड़े गए कुत्ते हिंसक नहीं थे, हिंसक कुत्ते खेत की तरफ छुपे रहते हैं और अचानक बच्चों पर हमला करते हैं। निगम की टीम ने खेतों की तरफ जाने की जहमत नहीं उठाई। ऐसी घटनाओं को लेकर ग्रामीणों में नगर निगम के प्रति गुस्सा है। उन्होंने शीघ्र ही कुत्तों को पकड़वाने की मांग की है।
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