हल्द्वानी: ओखलकांडा ब्लॉक के ग्राम बडौन की ग्राम प्रधान पर फर्जी दस्तावेज इस्तेमाल करने का आरोप

ग्रामीणों की शिकायत पर जिला प्रशासन ने शुरू की जांच

हल्द्वानी: ओखलकांडा ब्लॉक के ग्राम बडौन की ग्राम प्रधान पर फर्जी दस्तावेज इस्तेमाल करने का आरोप

हल्द्वानी,अमृत विचार। ओखलकांडा ब्लॉक के ग्राम बडौन की महिला ग्राम प्रधान नीमा आर्या के फर्जी सर्टिफिकेट से प्रधान बनने का मामला सामने आया है। इसी के साथ ही प्रधान पर विकास कार्यों के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग करने का भी आरोप है। ग्रामीणों की शिकायत के बाद जिला प्रशासन ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
 

जनपद नैनीताल के धारी तहसील अंतर्गत ग्राम बडौन की वर्तमान ग्राम प्रधान नीमा आर्या पत्नी सुरेश चंद्र के खिलाफ ग्रामीण जगदीश चंद्र ने जिला प्रशासन को शिकायती पत्र दिया है। इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि नीमा आर्या ने वर्ष 2019 में ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ने के लिए कक्षा 8 की जो ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) लगाई है, वह फर्जी है। इसका खुलासा तब हुआ तब ग्रामवासी सर्टिफिकेट की कॉपी लेने हल्द्वानी के दमुवाढूंगा स्थित एक स्कूल पहुंचे।

यहां स्कूल प्रबंधक ने बताया कि उक्त सर्टिफिकेट स्कूल से जारी नहीं हुई है। उनका आरोप है कि स्कूल प्रबंधन के बयान से साफ है कि नीमा आर्या ने फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर चुनाव जीता है। नीमा आर्या के आधार कार्ड में जन्मतिथि 1-1-1985 है, जबकि 8 पास मार्कशीट में 10-4-1996 दर्ज है। प्रमाण पत्रों में इतनी त्रुटि होने के बावजूद उनका नामांकन भी रद्द नहीं किया। जबकि दस्तावेजों में मामूली त्रुटि होने पर प्रत्याशी का नामांकन निरस्त हो जाता है।

इसमें कहीं न कहीं प्रशासन की भूमिका भी संदेह के घेरे में दिख रही है। ग्रामीण जगदीश चंद्र का आरोप है कि प्रधान नीमा आर्या ने वनभूमि का बकायेदार न होने का जो शपथपत्र दिया है, वह भी फर्जी है। उन्होंने कहा कि प्रधान का घर वन भूमि में है, उसमें वर्तमान में रह रही हैं। उन्होंने प्रशासन से नीमा आर्या के खिलाफ जांच करने और आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। इधर, ग्राम प्रधान नीमा आर्या का पक्ष मिलने पर प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा।


सस्ता गल्ला विक्रेता की भूमिका पर सवाल
शिकायतकर्ता जगदीश चंद्र ने ग्राम प्रधान के फर्जी सर्टिफिकेट मामले में ग्राम के एक सस्ता गल्ला विक्रेता की भूमिका पर सवाल उठाये हैं। आरोप है कि टीसी पर लेखनी सस्ता गल्ला विक्रेता की है। जिसकी जांच कराकर फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।

बड़े नेता की सरपरस्ती में प्रधान व विक्रेता
ग्राम प्रधान के फर्जी सर्टिफिकेट मामले में एक बड़े नेता की भूमिका की बात सामने आ रही है। आरोप है कि नेता ने मामले को दबाने के लिए भरसक प्रयास किया और अधिकारियों पर भी दबाव बनाया। मामले को अंदरखाने ही निपटाने की पूरी कोशिश की गई। बताया जाता है कि नेता का प्रधान के साथ-साथ सस्ता गल्ला विक्रेता को संरक्षण प्राप्त है।

10 साल में पास किया कक्षा 5
प्रधान नीमा आर्या ने कक्षा 5 तक की पढ़ाई सनवालतोक स्थित सरकारी स्कूल से की है। स्नानांतरण प्रमाण पत्र के अनुसार उन्होंने 24 मई 2001 को विद्यालय में प्रवेश लिया था और 31 मार्च 2011 को कक्षा 5 पास करने के बाद टीसी निकाली थी। हैरानी की बात है कि लगभग 10 साल में वह कक्षा 5 ही पास कर पाई। इस टीसी में प्रदेश में रहने की अवधि जन्म से दर्शायी गई है। जबकि हल्द्वानी के स्कूल से जारी 8वीं के सर्टिफिकेट में उत्तर प्रदेश में रहने का समय जन्म से लिखा गया है। 


ग्रामीणों ने शिकायत की थी, फर्जी मार्कशीट मामले में अभी जांच चल रही है। विकास कार्यों की जांच डीपीआरओ को सौंपी गई है। फिलहाल अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जायेगी।
- डॉ. संदीप तिवारी, सीडीओ नैनीताल


विकास कार्यों के नाम पर सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप

 क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधि बडौन सोबन सिंह चिलवाल ने आयुक्त, जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी को पत्र देकर कहा कि ग्राम पंचायत में किये गये विकास कार्यों में भारी मात्रा में सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ है। उन्होंने ग्राम में हुए विकास कार्यों की स्थलीय जांच कराने की मांग की है।
 

पत्र में चिलवाल ने कहा कि पंचायत भवन में दरवाजा मरम्मत, रंगाई पुताई व शौचालय के लिए 2,09,306 रुपये जारी हुए लेकिन कार्य कागजों पर हुआ है। इस योजना में ब्लॉक प्रमुख ने 1,30,000 की धनराशि जारी की है। वहीं, कूड़ा दान खरीद में वर्ष 2021-22 में 1,35,000  दिये गये लेकिन ग्राम में एक भी सार्वजनिक कूड़ादान नहीं है। बडौन के तोक चिलोधार से तोक धूरा तक पेयजल लाइन निर्माण के लिए 2,41,000 रुपये मिला।आरोप है कि पुरानी पेयजल टंकी पर लीपापोती कर उसे नया बना दिया गया ।

इसी तरह साजनी बाभूड़ों में जल स्रोत संवर्धन एवं सुरक्षा दीवार के लिए 2,55,753 रुपये, ऐडी देवता मंदिर में सुरक्षा दीवार व चबूतरा निर्माण को 1,00,000 रुपये तोक खड़ी में बहादुर सिंह के घर की ओर खड़ंजा व सुरक्षा दीवार के लिए 1,00,000 रुपये, गुनिदला में जूनियर हाईस्कूल व प्राथमिक विद्यालय लूगड़ में पेयजल लाइन निर्माण के लिए 3,00,000 रुपये पीडब्ल्यूडी से सेम मंदिर की ओर खड़ंजा व सुरक्षा दीवार का निर्माण करने के लिए 5,00,000 रुपये जारी हुए लेकिन कोई भी कार्य धरातल पर नहीं उतर सका है। इतना ही नहीं विधायक निधि व प्रमुख निधि से हुए विकास कार्यों में अभी तक कोई सूचना पट भी नहीं लगाया गया है। कहा कि जल्द कार्यों की स्थलीय जांच नहीं हुई तो ग्रामीण कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।

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