World Malaria Day: मलेरिया रोगी क्या खाएं और क्या नहीं?
हल्द्वानी, अमृत विचार। कोरोना काल के बाद से लोगों की इम्युनिटी काफी कमजोर हो गयी है। ऐसे में हम सबको अपने स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा ध्यान देना चाहिए। बीमारी के प्रति जागरूक कराने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा कुछ-कुछ बिमारियों के लिए दिवस निर्धारित किये हैं।
आज वर्ल्ड मलेरिया डे है लेकिन इसकी कहानी सन 2000 में शुरू हो चुकी थी। जब नाइजीरिया के अबुजा में रोल बैक मलेरिया पर अफ्रीकी शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया था। शिखर सम्मेलन का फोकस 2010 तक अफ्रीका में मलेरिया के बोझ को आधा करना था। हालांकि, प्रगति धीमी थी और मलेरिया विश्व स्तर पर एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बना रहा था।
इस प्रकार, WHO ने 2030 तक मलेरिया के मामलों और मौतों को 90% तक कम करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए मलेरिया 2016-2030 के लिए वैश्विक तकनीकी रणनीति शुरू की। WHO ने इस रणनीति के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में घोषित किया। वैश्विक कार्रवाई को प्रोत्साहित करें।
वर्ल्ड मलरिया डे पर WHO की थीम
विश्व मलेरिया दिवस 2023 को "Time to deliver zero malaria: Invest, Innovate, Implement" विषय के तहत चिह्नित किया जाएगा। इस विषय के तेहत, WHO तीन "आई" पर ध्यान केंद्रित करेगा - लागू करें - और विशेष रूप से आज उपलब्ध उपकरणों और रणनीतियों के साथ सीमांत आबादी तक पहुंचने का महत्वपूर्ण दिन है।
मलरिया रोगी क्या खायें?
-पानी ज्यादा मात्रा में पिएं
शरीर को हाइड्रेट हमेशा रखना चाहिए लेकिन मलेरिया की बीमारी में यह और भी जरूरी हो जाता है। इसलिए नारियल पानी, फलों के जूस और ज्यादा से ज्यादा पानी पीते रहना चाहिए।
-प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन
मलेरिया बुखार में शरीर को बहुत नुकसान होता है। शरीर के खराब हुए टिशू को ठीक करने के लिए बॉडी को प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स की जरूरत होती है। प्रोटीन के लिए दाल, दूध, अंडे, मीट और चिकन खा सकते हैं। कार्बोहाइड्रेट के लिए रोटी, चावल, स्प्राउट को शामिल कर सकते हैं।
-फल और सब्जियों का सेवन
जब शरीर में मलेरिया का इंफेक्शन रहता है तो भूख भी नहीं लगती है। ऐसे में फल और सब्जियों का सहारा सबसे अच्छा होता है। संतरा, नींबू, पपीता, चुकंदर, गाजर और पालक को खाने में शामिल करना चाहिए। ऐसे फलों का चयन भी कर सकते हैं जिनमें विटामिन बी, विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में हों।
-सीड्स और नट्स का करें सेवन
जब आपको मलेरिया होता है तो आपको अपनी डाइट में ज्यादा फाइटोन्यूट्रिएंट्स को शामिल करने की आवश्यकता होती है जो संक्रमण के कारण होने वाली एंटीऑक्सीडेंट स्ट्रेस से निपटने में मदद करते हैं। नट और बीज फाइटोन्यूट्रिएंट्स के साथ-साथ हेल्दी फैट और प्रोटीन के पावरहाउस हैं। ऐसे में सीड्स और नट्स एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकते हैं।
मलेरिया रोगी क्या चीज से करें परहेज?
-ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें वसा (घी, तेल, मक्खन, क्रीम) अधिक होती है, उनका सेवन सीमित मात्रा में ही करें। ऐसा भोजन करने पर रोगी को उल्टी या बेचैनी महसूस हो सकती है।
-मलेरिया रोगी को स्पाइसी या आचार जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
-ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें फाइबर की अधिकता हो जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, मोटी त्वचा वाले फल, साबुत अनाज का सेवन करने से भी बचें।
-मलेरिया से पीड़ित रोगी को कैफीनयुक्त चीजें जैसे चाय, कॉफी जैसी चीजों का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
-मलेरिया होने पर हरी पत्तेदार सब्जियां, मोटे छिलके वाले फूट्स, साबुत अनाज, फ्राइड, मैदा और बहुत ज्यादा मीठी चीजों का सेवन करने से भी बचना चाहिए। इसके अलावा मलेरिया रोगी बहुत ज्यादा गर्म और मसालेदार खाना खाने से भी बचे, ऐसा करने से उसे पेट में दिक्कत हो सकती है।
-ठंडा पानी बिल्कुल न पियें और ना ही ठंडे पानी से नहाएं। रोगी को आम, अनार, लीची, अनन्नास, संतरा जैसे फलों का सेवन नहीं करना जैसे फलों का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे फायदा नहीं नुकसान होगा. बुखार से पीड़ित व्यक्ति एसी में ज्यादा न रहें। दही, शिकंजी, गाजर, मूली जैसी ठंडी चीजों का सेवन करने से बचें। मिर्च-मसाले व अम्ल रस से बने खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
