गिरते हैं शहसवार ही मैदान- ए -जंग में... अधिकारियों ने दी प्रेरणा, कहा- निराश न हों असफल बच्चे

Amrit Vichar Network
Published By Jagat Mishra
On

अमृत विचार, चित्रकूट। गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में, वो तिफ्ल (बच्चा) क्या गिरे जो घुटनों के बल चले...। जिले में जहां बच्चों ने बोर्ड परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन किया वहीं कई बच्चे मेहनत करने के बाद भी अपेक्षित नंबर नहीं ला सके या असफल हो गए। जिले के आला अधिकारियों ने सफल होने वाले बच्चों को बधाई दी तो असफल बच्चों को प्रेरणा दी कि उनको निराश होने की आवश्यकता नहीं बल्कि फिर से मन लगाकर मेहनत करने की है, सफलता अवश्य मिलेगी। 

सफलता, असफलता जीवन के अंग- अभिषेक आनंद
जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने कहा कि सफलता और असफलता एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। उन्होंने बताया कि वह कभी फेल तो नहीं हुए पर कई बार अपेक्षित सफलता नहीं मिली तो वह निराश नहीं हुए और फिर से मेहनत की, सफल हुए। उन्होंने कहा कि असफल बच्चों को न तो परेशान होने की आवश्यकता है और न निराश होने की। सफलता, असफलता जीवन का अंग है। अगर मेहनत करते रहेंगे तो जरूर अपेक्षित परिणाम मिलेगा।    

असफलता से मिलती है आंतरिक शक्ति- अमृत पाल
मुख्य विकास अधिकारी अमृत पाल कौर ने कहा कि यह सही बात है कि असफलता मिलती है तो निराशा होती है पर इसका अर्थ यह नहीं कि फिर से प्रयास न करें और गलत कदम उठा लें। असफलता इंसान को गहराई देती है। जिन लोगों को पहली बार में सफलता मिल जाती है उनकी इंटरनल स्ट्रेंथ बार-बार हारने के बाद जीतने वालों से कम होती है। हर व्यक्ति के जीवन में संघर्ष का दौर आता है। पढ़ाई के साथ साथ जीवन के हर क्षेत्र में ऐसा समय आता है। पर इससे हार मानना कायरता है।

हर बच्चे में है असीम संभावना- प्रमेश श्रीवास्तव
मानिकपुर के उप जिलाधिकारी प्रमेश श्रीवास्तव ने कहा कि हम सभी का कर्तव्य है कि असफल बच्चों को प्रोत्साहित करें। इनको हतोत्साहित न होने दें। हर बच्चे में असीम संभावनाएं होती हैं। उन्होने कहा कि यह अभिभावकों और शिक्षकों की जिम्मेदारी होती है कि वे बच्चों को प्रेरित करते रहें और उनके मन में गलत भावना न आने पाए। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की भी जिम्मेदारी है कि वे देखें कि किसी बच्चे में हीन भावना न पनपे। 

हिम्मत न हारें, मिलेगी सफलता- हर्ष पांडेय
सीओ सिटी हर्ष पांडेय ने कहा कि जिन बच्चों को सफलता मिली उनको बधाई। पर असफल या कम नंबर लाने वाले बच्चों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं। ऐसे बच्चे हिम्मत न हारें और फिर से मेहनत करें, जरूर सफल होंगे। जीवन लंबा है और सफलता और असफलता लगी रहती है। सफल वही है जो असफलताओं से सीखकर खड़ा होता है, सफल होता है। असफलता से मायूस होने की नहीं बल्कि सीखने की आवश्यकता है। असफलता जीवन को परिभाषित नहीं करती बल्कि इससे आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।


ये भी पढ़ें -अयोध्या : परीक्षा में कम अंक आने से छात्रों के जीवन में सफलता और असफलता का मूल्यांकन न करें

संबंधित समाचार