हल्द्वानी - जमरानी बांध ही हल्द्वानी पेयजल का विकल्प : वर्मा

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Published By Shweta Kalakoti
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हल्द्वानी, अमृत विचार। जमरानी बांध निर्माण संघर्ष समिति के संयोजक नवीन चंद्र वर्मा ने एक बयान में कहा कि सन् 1975 से आज तक जनप्रतिनिधियों की दृढ़ संकल्पता की कमी और जमरानी बांध को चुनावी मुद्दा बनाए जाने के कारण परियोजना शुरू नहीं हो पाई है।

48 वर्षों में हल्द्वानी की आबादी का ग्राफ गुणात्मक आधार से बढ़ गया है। वर्मा ने कहा कि हल्द्वानी महानगर का दुर्भाग्य है कि यहां पेयजल पुनर्गठन के लिए कोई ठोस कार्य योजना रखने वाला अभियंता अब तक नहीं मिला है। जल निगम ने वर्तमान आबादी को देखते हुए जो डीपीआर सरकार को भेजी है, वह दिखाई नहीं दे रही है।

गौला नदी का पानी दिन पर दिन कम होता जा रहा है। पर्यावरणीय बदलाव से सूखते जल स्रोत प्रमुख कारण हैं। ऐसे में बरसात के पानी को एकत्र कर उसको उपयोग में लाए जाने के लिए बांध बनाने की नितांत आवश्यकता है। समिति के एनसी तिवारी, मोहन सिंह बोरा, रामसिंह बसेड़ा, लक्ष्मण सिंह रजवार, गोविंद बिष्ट, हेमंत पाठक ने हल्द्वानी पेयजल की व्यवस्था के लिए जमरानी बांध बनाए जाने को एकमात्र विकल्प मानते हुए इसका यथाशीघ्र निर्माण करने की मांग की। समिति ने केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट के प्रयासों की सराहना भी की है।