बरेली: रिसर्च एंड डेवलपमेंट योजना के खर्च का हिसाब मांगा

 प्रदेश के क्षेत्रीय कार्यालयों के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों के 84 शिक्षकों की मांगी गई डिटेल

बरेली: रिसर्च एंड डेवलपमेंट योजना के खर्च का हिसाब मांगा

बरेली, अमृत विचार। शासन की शोध कार्यों की रिसर्च एंड डेवलपमेंट योजना के तहत स्वीकृत प्रोजेक्ट की धनराशि के उपभोग का प्रमाण पत्र अब शिक्षकों को देना होगा। उच्च शिक्षा निदेशक शिक्षा डिग्री विकास अनुभाग ने सभी क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारियों से पांच जून तक रिपोर्ट मांगी है। प्रदेश के महाविद्यालयों के 84 शिक्षकों में से 12 शिक्षक क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अंतर्गत एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों के हैं। इसमें बरेली कॉलेज के पांच शिक्षक हैं।

संयुक्त निदेशक डॉ. सुनंदा चतुर्वेदी की ओर से जारी पत्र के मुताबिक 30 मार्च 2021 को शोध कार्यों के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट योजना के तहत स्वीकृत प्रोजेक्ट की धनराशि स्वीकृत की गई थी। महाविद्यालयों से आवंटित धनराशि के सापेक्ष उपभोग प्रमाण पत्र प्राप्त कर पांच जून तक उपलब्ध कराएं, जो शोधकर्ता स्थानांतरण या अन्य सेवा में जाने के कारण रिसर्च कार्य नहीं कर रहे हैं, उनकी समस्त धनराशि राजकोष में जमा कराकर चालान की प्रति भी उपलब्ध कराएं। शोध कार्य का समय वित्तीय वर्ष 2023-24 में समाप्त हो रहा है।

क्षेत्रीय कार्यालय बरेली के अंतर्गत राजकीय रजा स्नातक महाविद्यालय रामपुर के चार शिक्षक, बरेली कॉलेज के पांच, वर्धमान कॉलेज बिजनौर के एक, हिंदू कॉलेज के मुरादाबाद के एक और उपाधि कॉलेज पीलीभीत के एक शिक्षक के शोध कार्य की धनराशि खर्च का हिसाब मांगा गया है। इसके अलावा प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय के 1, झांसी के 4, लखनऊ के 21, मेरठ के 18, वाराणसी के 6, आगरा के 8, कानपुर के 8 और गोरखपुर के 6 शिक्षकों से धनराशि के उपभोग का हिसाब मांगा गया है।

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