बरेली: लाखों का बकाया बिल के कारण आईटीआर कालोनी की लाइट कटी

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Published By Om Parkash chaubey
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बरेली/सीबीगंज : रामपुर रोड स्थित आइटीआर कॉलोनी की लाइट बिजली विभाग ने काट दी। जिसके बाद कॉलोनी में रह रहे दर्जनों परिवार अंधेरे में रहने के लिए मजबूर हो गए। यह कार्रवाई बिजली बिल बकाया होने के चलते की गई है। 2004 से बंद पड़ी इंडियन टर्पनटाइन रोजन फैक्ट्री (आइटीआर) कॉलोनी की बिजली सोमवार शाम काट दी गई।

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पहले लोगों को लगा कि लाइट चली गई है, कुछ देर में आ जाएगी, लेकिन जब घंटो तक लाइट नहीं आई तो पता चला कि बिजली विभाग की ओर से सप्लाई काट दी गई। चिलचिलाती गर्मी में लोग लाइट ना आने के चलते परेशान होते रहे। बिजली विभाग के एसडीओ रोहित कुमार ने बताया है कि आइटीआर कॉलोनी का 26 लाख रुपये का बिजली बिल बकाया है। बिल जमा ना होने के चलते कॉलोनी की लाइट काटी गई है।

कॉलोनी के लोगों का कहना है कि उनके पास हाई कोर्ट का जजमेंट है जिसमें लिखा गया है कि बकाया भुगतान होने तक उनकी बिजली व पानी जारी रखी जाएगी इसके बाद भी बिजली विभाग की ओर से लाइट काट दी गई। विभाग की ओर से इस कार्रवाई निराश कॉलोनीवासी मंगलवार को  कमिश्नर से मिलेंगे। बता दें कि बिजली विभाग का बकाया भुकतान कमिश्नर की ओर से ही किया जाता है, इससे पहले भी कई लाख रुपए का बिजली विभाग का भुगतान किया गया था। 

 कॉलोनी में 96 वैध व उससे ज्यादा अवैध परिवार: आइटीआर कॉलोनी में वर्तमान में 96 वैध परिवार रह रहे हैं, जिनके पास कोर्ट से स्टे है। लेकिन इससे के साथ ही सीबीगंज थाने के तमाम पुलिसकर्मियों ने अवैध रूप से कॉलोनी में कब्जा कर रखा है, पुलिसकर्मियों ने मकान को रिपेयर करा कर उसमें टाइल्स व एसी लगा रखे है।

कई बार पुलिसकर्मियों से मकान खाली कराए गए हैं लेकिन उसके बाद भी यह अवैध रूप से यहां फिर रहने लगते हैं। वही पुलिसकर्मी विभाग से एचआरए भी ले रहे है  कई पुलिसकर्मी तो ऐसे हैं जिनका तबादला अन्य थानों में हो चुका है लेकिन वह भी इन मकानों पर कब्जा किए हुए हैं।

कॉलोनी के लोग बताते हैं कि जिन पुलिसकर्मियों ने मकान में पैसा लगाया है वह जाने के बाद उसे दूसरे पुलिसकर्मी से मकाम में खर्च की गई रकम वसूल लेते हैं। लेकिन अवैध रूप से रह रहे पुलिसकर्मियों पर प्रशासन का कोई शिकंजा नहीं है।

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