कानपुर : ग्वालटोली थाने के पास किशोर की गोली मारकर हत्या

कानपुर : ग्वालटोली थाने के पास किशोर की गोली मारकर हत्या

अमृत विचार, कानपुर । ग्वालटोली में सोमवार रात थाने से चंद कदम दूरी पर 15 साल के किशोर की पीटने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई। लगातार तीन फायर होने पर इलाकाई लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे तो किशोर लहूलुहान हालत पर जमीन पर पड़ा था। पुलिस मौके पर पहुंचकर किशोर को उर्सला ले गई। जहां उसको मृत घोषित कर दिया। इधर, पुलिस और फोरेंसिक टीम ने जांच की। शुरुआती जांच में प्रेम प्रसंग में हत्या की बात सामने आ रही है। हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की।

रानीघाट का निवासी था किशोर

कोहना के रानीघाट निवासी सीता राम पांडेय मानसिक अस्वस्थ है। परिवार में पत्नी रंजना और दो बेटे दीपक और सत्यम पांडेय (15) थे। दीपक मानसिक विक्षिप्त है। चाचा लाल बहादुर ने बताया कि सत्यम की मां रंजना घरों में चौका बर्तन करती है। सत्यम ने बाल विद्या मंदिर में कक्षा 6 तक पढ़ाई की। कोरोना काल के बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी। सत्यम सोमवार को साइकिल से निकला था। रात ग्वालटोली के पास खलासी लाइन चौराहे पर कुछ युवकों के साथ खड़ा था। उनमें कुछ ही देर में गाली-गलौज और फिर मारपीट होने लगी। जिसे देख इलाकाई लोगों ने थाने जाकर जानकरी दी। थाने से पुलिस मौके पर पहुंचती कि इस बीच लगातार तीन फायर होने की आवाज आई। जिसे सुनकर पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए। वे मौके पर पहुंचे तो वहां पर सत्यम की खून से सनी लाश पड़ी थी। पुलिस उसको उर्सला ले गई। जहां उसको मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस और फोरेंसिक की शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि सत्यम के सिर पर तमंचा सटाकर गोली मारी गई है। उसके शरीर में चोट के भी निशान है। इससे पता चलता है कि हत्यारों ने पहले को पीटा था और फिर गोली मार दी।

एक सिरफिरा और किशोरी के परिजन शक के घेरे में

पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि सत्यम के खटिकाना निवासी किशोरी से प्रेम संबंध थे। इसीलिए वह अक्सर खटिकाना आता था। वो यहां पर घंटों समय बिताता था। किशोरी से इलाकाई एक किशोर भी एक तरफा प्यार करता था। उसने सत्यम को धमकी देते हुए इलाके में आने से मना किया था। वहीं, किशोरी के परिजनों को भी प्रेम प्रसंग के बारे में पता चल गया था। अब पुलिस यह पता लगा रही है कि आखिर किसने वारदात को अंजाम दिया। वहीं, लेनदेन के विवाद पर भी पुलिस की एक टीम जांच कर रही है।

मेरे बुढ़ापे का सहारा ही चला गया

चाचा लाल बहादुर ने बताया कि रंजना गुरसहाय गंज में किसी शादी समारोह में गई है। रंजना और सत्यम दोनों मिलकर परिवार का खर्च उठाते थे। सत्यम मजदूरी समेत अन्य प्राइवेट काम करता था। रंजना को फोन पर सत्यम की मौत की जानकारी दी तो वह बेसुध हो गई। उसको लोगों ने ढांढस बंधाया तो वह रोते हुए बोली कि मेरे बुढ़ापे का सहारा वही था। उसको ही मार दिया। अब मै अकेले कैसे सबका ध्यान रख पाऊंगी। दीपक और उसके पापा पहले ही बीमार है। अब सत्यम भी चला गया।

इलाकाई लोगों को खदेड़ने के लिए झौंक दो फायर

हत्यारे जब सत्यम को पीट रहे थे तो कुछ इलाकाई लोग उसकी मदद के लिए दौड़े। जिसे देख हत्यारों ने तमंचे से दो फायर किए। इसके बाद सत्यम को गोली मार दी। इससे पुलिस का मानना है कि दो से ज्यादा हत्यारे वारदात में शामिल हैं और उनके पास दो से तीन तमंचे है। हालांकि यह पुलिस की शुरुआती जांच में आया है। पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

दुकानों के शटर गिरें, कोई बोलने को तैयार नहीं

खलासी लाइन में हत्या होने से अफरा-तफरी मच गई। दुकानदार शटर बंद कर भाग गए। वहीं, जो बाहर टहल रहे थे, वो घरों में दुबक कर छुप गए। एसीपी अकमल खान ने बताया कि घटना स्थल के आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। वहां पर कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। हालांकि उनका मानना है कि अभी लोग दहशत में है। सुबह तक वह फिर से पूछताछ करेंगे। अब वे घटना स्थल के आने जाने वाले सभी रास्तों में लगे सीसीटीवी कैमरों का पता कर रही है, ताकि उनकी फुटेज को खंगाला जा सकें।

अभी हत्या की स्पष्ट नहीं पता चली है। प्रेम प्रसंग या लेनदेन के झगड़े समेत कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। एक किलोमीटर तक के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है। मुखबिरों को भी लगाया गया है।जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।

- अकमल खान, एसीपी कर्नलगंज

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