हल्द्वानी: प्राधिकरण के अधिकारी से रंगदार पत्रकार दंपति ने मांगी 20 लाख की रंगदारी

हल्द्वानी: प्राधिकरण के अधिकारी से रंगदार पत्रकार दंपति ने मांगी 20 लाख की रंगदारी

हल्द्वानी, अमृत विचार। कई सालों से पत्रकार बन कर एक अधिकारी से रंगदारी वसूल रहे दंपति पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। सेवानिवृत्त हो चुके अधिकारी से कथित आरोपी दंपति और 20 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। आईजी के दखल के बाद अब इस मामले में कथित पत्रकार दंपति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। 
   

आईजी डॉ.निलेश आनंद भरणे को दी शिकायत में ओम विहार डहरिया धानमिल देवलचौड़ निवासी मोहन लाल आर्य पुत्र भवान राम आर्य ने कहा, वह जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण क्षेत्रीय कार्यालय में अवर अभियंता के पद पर तैनात थे और वर्ष 2021 में उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली। आरोप है कि प्रशांत श्रोतिय और उसकी पत्नी यशोदा आर्या उसे सोशल मीडिया पर बदनाम करने की धमकी देकर वर्ष 2019 से विभिन्न मुद्दे उठाते हुए उसे ब्लैकमेल कर लगातार रंगदारी मांग रहे थे।

आरोपी सोशल मीडिया में झूठी शिकायतें पोस्ट कर रहे थे। जिससे अधिकारी की छवि धूमिल हुई है। आरोपी अधिकारी और अधिकारी के परिवार के साथ गाली-गलौज करते और जान से मारने की धमकी देते। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से भी की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।

अब आरोपी उससे 20 लाख रुपये की रंगदारी मांग रहे थे। जिसके बाद पीड़ित ने इस मामले में आईजी को शिकायत दी और कहाकि उससे पूर्व में भी रंगदारी वसूली जा चुकी है। आईजी के दखल के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। आईजी डॉ.निलेश आनंद भरणे का कहना है कि आरोप सही पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 


शिक्षकों के ट्रांसफर के लिए 15 लाख लेकर डकार गए
इस मामले में कुछ दिन पूर्व ही पत्रकारों का नाम फिर सुर्खियों में आया था। हालांकि इस मामले में शिकायत नहीं की गई, लेकिन चर्चा आम थी। चर्चा थी कि शहर के एक पत्रकार ने 3 शिक्षकों से तबादला कराने के नाम पर तीनों से 5-5 लाख रुपये ले लिए। इस पत्रकार ने शिक्षकों को झांसा दिया था कि उसकी शिक्षा मंत्री से अच्छी पैठ है और वह उनके मनचाहे स्थान पर तबादले करा देगा। हवा तो यह भी उड़ी थी कि इस पत्रकार के खिलाफ एक शिक्षक ने सीएम पोर्टल पर शिकायत भी की थी, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। 


पहले भी दर्ज हुई थी 1 लाख रुपये रंगदारी मांगने की रिपोर्ट
 बीते माह भी पत्रकारों के खिलाफ एक लाख रुपये की रंगदारी का मामला सामने आया था। इन पत्रकारों ने सिंचाई विभाग के अधिकारी से रंगदारी मांगी थी। जिसके बाद इन पत्रकारों को गिरफ्तार भी कर लिया गया। इसी मामले के ठीक बाद हवा उड़ी कि कुछ पत्रकारों ने एक विभाग के बड़े अधिकारी से 30 लाख रुपये की रंगदारी वसूल की। इस मामले में भी कथित पत्रकारों ने पूर्व के मामलों की तरह अधिकारियों से बातचीत की रिकॉर्डिंग बना ली थी और फिर उसे वायरल करने की धमकी। हालांकि इसकी शिकायत भी नहीं की गई।