बरेली: गलत रैंकिंग की सूचना देने पर एनआईआरएफ की चेतावनी

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Published By Moazzam Beg
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बरेली, अमृत विचार। नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क ( एनआईआरएफ) ने 5 जून को अलग-अलग वर्ग में देश के टॉप संस्थानों की रैंकिंग जारी की थी। रैंकिंग जारी होने के बाद इसमें हिस्सा लेने वाले कई विश्वविद्यालय या संस्थान गलत तरीकों से अपना प्रचार कर रहे हैं। एनआईआरएफ के पास जब इसकी शिकायतें पहुंचीं तो सभी संस्थानों में रैंकिंग की जिम्मेदारी निभानों वालों को मेल पर सख्त चेतावनी जारी कर इसके पालन की रिपोर्ट भी मांगी है।

एनआईआरएफ में रैकिंग के लिए एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने भी तीन वर्गों में आवेदन किया है। 5 जून को जारी रैंकिंग में विश्वविद्यालय कहीं भी स्थान पा नहीं सका है। हालांकि विश्विवद्यालय को यह देखना है कि उसके कितने अंक आए हैं और पिछली बार की तुलना में उसका प्रदर्शन कैसा रहा है। यह लॉगिन आईडी खुलने पर ही हो सकेगा। एनआईआरएफ ने इसे अभी ब्लॉक कर रखा है। इसी तरह से कई विश्वविद्यालय और संस्थानों ने भी हिस्सा लिया और उन्हें कोई भी रैंक प्राप्त नहीं हुई।

 इसके बावजूद कभी प्रदेश में तो कभी जिले में तो कहीं निजी विश्वविद्यालय में अच्छे प्रदर्शन की खबरें प्रसारित की जा रही हैं। कई संस्थान राजकीय, वित्त पोषित और अन्य तरीके से बेहतर प्रदर्शन की खबरें प्रसारित कर रहे हैं। कई संस्थानों ने वेबसाइट पर भी अपडेट किया है। इससे लोग, छात्र, अभिभावक और अन्य लोग भ्रमित हो रहे हैं। जब इस तरह के मामले एनआईआरएफ के पास पहुंचे तो ईमेल के जरिए चेतावनी जारी की गई है। जिसमें साफ कहा कि एनआईआरएफ इस तरह से कोई रैंक जारी नहीं करता है। यह नियमों का उल्लंघन है।

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