काठमांडू और पोखरा में 'आदिपुरुष' संवाद विवाद के बीच हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध
काठमांडू। फिल्म "आदिपुरुष" के संवादों को लेकर उठे विवाद और फिल्म में माता सीता का उल्लेख "भारत की बेटी" के रूप में किये जाने के बाद नेपाल की राजधानी काठमांडू और पोखरा शहर में ‘आदिपुरुष’ सहित सभी हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है। काठमांडू के 17 सिनेमाघरों में इसके मद्देनजर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यहां कोई हिंदी फिल्म प्रदर्शित न हो।
काठमांडू के महापौर बालेंद्र शाह ने रविवार को कहा कि शहर में किसी भी हिंदी फिल्म के प्रदर्शन की अनुमति तब तक नहीं दी जाएगी, जब तक कि "आदिपुरुष" में "जानकी भारत की एक बेटी है" संवाद को न केवल नेपाल में बल्कि भारत में भी हटा दिया जाता है। गौरतलब है कि माता सीता को जानकी के नाम से भी जाना जाता है। लोगों का मानना है कि उनका जन्म नेपाल के जनकपुर में हुआ था। फिल्म के संवाद को लेकर उठे विवाद के बाद पोखरा में भी फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की गई।
पोखरा के महापौर धनराज आचार्य ने कहा कि सोमवार से "आदिपुरुष" के प्रदर्शन पर रोक लगा दी जाएगी। काठमांडू के महापौर के अनुसार, फिल्म "आदिपुरुष" को उसके एक भी संवाद को हटाए बिना प्रदर्शित करने से "अपूरणीय क्षति" होगी। उन्होंने रविवार को एक फेसबुक पोस्ट में कहा, "सोमवार, 19 जून से काठमांडू शहर में सभी हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक लगा दी जाएगी, क्योंकि फिल्म 'आदिपुरुष' के संवाद में आपत्तिजनक शब्द अभी तक नहीं हटाए गए हैं।" उन्होंने कहा, "हमने तीन दिन पहले फिल्म से 'जानकी भारत की एक बेटी है' वाले संवाद के आपत्तिजनक हिस्से को तीन दिन के भीतर हटाने के लिए पहले ही नोटिस जारी कर दिया है।"
शाह के पोस्ट के बाद सोशल मीडिया में हलचल मच गई और कई यूजर्स ने उनके फैसले का स्वागत किया। हालांकि, कुछ लोगों ने उनके फैसले की निंदा भी की। फिल्म पर विवाद बढ़ता देख इसके संवाद लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ला ने रविवार को कहा कि फिल्म निर्माताओँ ने "कुछ संवादों को संशोधित करने" का फैसला किया है, क्योंकि संवाद में आपत्तिजनक भाषा के कारण फिल्म की भारी आलोचना हो रही है। यह फिल्म हिंदी सहित पांच भाषाओं में रिलीज हुई है। फिल्म के हिंदी संवाद और हिंदी गीत लिखने वाले शुक्ला ने कहा कि संशोधित संवाद को इस सप्ताह तक फिल्म में जोड़ दिया जाएगा।
काठमांडू मेट्रोपॉलिटन सिटी (केएमसी) के पुलिस प्रमुख राजू पांडेय ने कहा कि पुलिस ने महापौर के निर्देशानुसार रविवार को शहर के सभी सिनेमाघरों का निरीक्षण किया। पांडे ने कहा, "हमें रविवार को निरीक्षण के दौरान सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली और अब हम सोमवार सुबह से सभी सिनेमाघरों की निगरानी कर रहे हैं।" काठमांडू में सिविल महल में 'क्यूएफएक्स हॉल' की निगरानी करते हुए पुलिस प्रमुख ने कहा कि "वे हिंदी के बजाय नेपाली और अंग्रेजी फिल्में दिखाएंगे। जब तक केएमसी प्राधिकरण अनुमति नहीं देता तब तक हम हिंदी फिल्मों की स्क्रीनिंग की अनुमति नहीं देंगे।"
बागमती प्रांत के विधायक और राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के युवा नेता सुनील के सी ने कहा, "कोई भी राष्ट्र से बड़ा नहीं है, इसलिए जब हमारे राष्ट्रीय हित और सांस्कृतिक पहचान पर सवाल उठता है तो सभी पार्टियों को इसका समर्थन करना चाहिए।" कमलादी काठमांडू में राइजिंग मॉल में स्थित 'क्यू' सिनेमाघर के एक सुरक्षा गार्ड ने बताया कि सिनेमाघर ने शुक्रवार शाम को एक बार फिल्म दिखाने के बाद फिल्म का प्रदर्शन बंद कर दिया। उन्होंने बताया, "अब हम सोमवार से नेपाली फिल्म 'नीर फूल' दिखा रहे हैं।" टी-सीरीज, रेट्रोफाइल्स और यूवी क्रिएशंस द्वारा निर्मित इस फिल्म में प्रभास - राघव (राम), कृति सेनन - जानकी (सीता), सैफ अली खान - लंकेश (रावण), सनी सिंह - शेष (लक्ष्मण) और देवदत्त नाग- बजरंग (हनुमान) की भूमिका में हैं।
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