अमेठी में बेअसर है CM योगी का बुलडोजर, अधिकारियों की सरपरस्ती में लगातार हो रहा अवैध निर्माण
जायस में नवीन परती भूमि पर हो रहा अवैध निर्माण
अमेठी, अमृत विचार। सीएम योगी की जीरो टॉलरेंस नीति और बुलडोजर का खौफ अमेठी से नदारद है। यहाँ नगर पालिका की मिली भगत से लगातार सरकारी भूमि पर कब्ज़ा कर अवैध निर्माण किये जा रहे हैं। जायस कस्बा क्षेत्र के खरका में नवीन परती की जमीन पर अवैध तरीके से मकान बनाया जा रहा है। कस्बे के ही कई लोगों ने अवैध कब्जा रुकवाने के लिए राजस्व निरीक्षक व ईओ को फोन किया लेकिन उसके बावजूद भी निर्माण कार्य बंद नहीं हो सका।
तिलोई तहसील के कस्बा जायस के मोहल्ला खरका में शेख सादुल्लाह शाह मस्जिद के बगल नवीन परती की जमीन पर अवैध तरीके से निर्माण किए जाने का आरोप कस्बे वासियों ने लगाया है। राजस्व निरीक्षक उग्रसेन और ईओ रवींद्र मोहन से शिकायत कर अवैध कब्जा तत्काल हटाए जाने की मांग की है। शनिवार को राजस्व कर्मी शिव ओम व मनोज गौतम ने शिकायत पर पुलिस की मदद से निर्माण कार्य बंद करा दिया था। लेकिन रविवार को पुनः निर्माण युद्ध स्तर पर चालू हो गया।
निर्माणाधीन नवीन परती की जमीन के पास बची जमीन पर कब्रिस्तान है। वह भी अतिक्रमण की चपेट में आ रही है। नवीन परती की जमीन पर सुबह से लेकर देर रात तक नींव भरकर दीवार खड़ी कर दी है। कस्बे वासियों ने राजस्व निरीक्षक उग्रसेन व ईओ नगर पालिका जायस रवींद्र मोहन से नवीन परती भूमि पर निर्माण की अनुमति देने वाले के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने की मांग की है। शिकायत पर राजस्व निरीक्षक ने क्षेत्रीय लेखपाल को निर्देशित किया है कि कृपया स्वयं जांच कर मौके अनुसार कार्रवाई कर अवगत कराएं। इसके बावजूद भूमि पर निर्माण कार्य चल रहा है। ये साफ़ इशारा है कि क्षेत्रीय लेखपाल अवैध कब्जेदारों से मिले हुए हैं।
लंबे अरसे से लेखपाल को मिला है कस्बे के चार्ज
लेखपाल शिव ओम व मनोज गौतम को दशकों से नगर पालिका क्षेत्र का चार्ज मिला है। नगर पालिका में कहां कहां किस किस प्रकार की जमीन खाली या अतिक्रमण की चपेट में है, इन्हें सब पता है। नगर पालिका क्षेत्र में अवैध निर्माण, कब्जेदारी को लेकर आए दिन शिकायत होती रहती है। लेकिन हर शिकायत पर तहसील प्रशासन लेखपाल शिव ओम व मनोज गौतम को ही जांच सौंपकर आख्या मांगते है। लंबे अरसे से नगर पालिका में जमे दोनो लेखपालों की भूमाफियाओं से अच्छी पैठ भी बन गई है। आरोप है कि हर शिकायत में गोलमाल रिपोर्ट भेज उच्चाधिकारियों को हकीकत से गुमराह कर देते है। गरीबों की झोपड़ी पर बुलडोजर चलाकर उनके आशियाने को ध्वस्त कर देते है। वहीं असल भूमाफियाओं द्वारा बेस कीमती जमीनों पर हुए अतिक्रमण पर उनकी निगाहें नहीं पड़ती है।
बोले जिम्मेदार
नगर वासियों से मिली मौखिक शिकायत पर लेखपाल को भेजकर जांच कराई गई थी, जांच के बाद लेखपाल ने बताया कि जिस भूमि पर निर्माण हो रहा है वह आबादी की जमीन है, लेकिन नगर वासियों से बार बार शिकायत मिलने पर मामला संदिग्ध लग रहा है, पुनः जांच कराई जाएगी। - उग्रसेन सिंह, राजस्व निरीक्षक
बोले ईओ
नगर पालिका की जमीन पर अवैध निर्माण कार्य रोके जाने का अधिकार पुलिस और राजस्व टीम पर निर्भर करता है, अवैध निर्माण रुकवाए जाने के लिए पुलिस को सूचित किया जाएगा। - रवींद्र मोहन ईओ नपा. जायस
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