कानपुर : टेलीग्राम से नौकरी का ऑफर, सैलरी की जगह ठगी, मास्टरमाइंड गिरफ्तार

अमृत विचार, कानपुर । सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड को क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया। शातिर ने एक युवक को नौकरी का झांसा देकर साढ़े छह लाख रुपये ठगे थे। पीड़ित की शिकायत पर मामले की जांच क्राइम ब्रांच ने शुरू की तो ठगी का खुलासा हुआ। शातिर ने जबलपुर में बैठकर पूरे देश में ठगी का नेटवर्क फैला रखा था। ठगी के जाल में उसकी पत्नी और साढू समेत परिवार के कई लोग शामिल हैं। ठग के तीन अकाउंट में चंद महीने में सात करोड़ का ट्रांजेक्शन मिला है।
सोमवार को एडीसीपी क्राइम मनीष सोनकर ने प्रेसवार्ता के दौरान ठगी के नेटवर्क का खुलासा किया। उन्होंने बताया कोतवाली क्षेत्र के सिविल लाइंस निवासी नितिन राठी ने साइबर सेल में ऑनलाइन साइबर फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि पीड़ित के अनुसार कुछ लोगों ने टेलीग्राम एप के माध्यम से संपर्क किया। एक ऑनलाइन विज्ञापन कंपनी माई ट्रैवेल वर्क डाटकॉम में ऑनलाइन पार्ट और फुल टाइम काम करने का ऑफर दिया। इसके बाद एक वेबसाइट पर लॉग-इन करके काम करने के लिए कहा गया।
ठगों ने नौकरी में ज्वाइनिंग के बाद उनसे वेबसाइट पर आईडी बनाने व काम करने के नाम पर 10 हजार, फिर 19265 रुपये का निवेश कराया। इसके बाद उसे लगभग 4500 रुपये वापस कर दिए गए। शातिर ठगों ने बाद में अलग-अलग टास्क देकर पीड़ित से कुल 6.46 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में जमा करा लिए। पीड़ित नितिन को पैसों की मांग करने पर ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद उन्होंने साइबर सेल में शिकायत और कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।
एडीसीपी के अनुसार साइबर सेल ने जांच करके ठगी करने वाले गैंग के मास्टरमाइंड श्रद्धा कालोनी साकेत नगर उखरी रोड थाना कोतवाली जबलपुर निवासी संदीप शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि ठगी के गैंग में इसकी पत्नी, साढू समेत अन्य शामिल हैं, उनकी तलाश की जा रही है। अलग-अलग बेनीफीसरी बैंक खातों में लगभग 12 लाख रुपये फ्रीज कराया गया।
एडीसीपी क्राइम मनीष सोनकर ने बताया कि चाइना में बैठे शातिर ठगों ने अपना तरीका बदला है। उसी गैंग से जुड़ा हुआ यह गैंग भी है। चाइना में बैठे मास्टर माइंड ही फ्रेंचाइजी देकर लोगों को खाता खुलवाने से लेकर फर्म खुलवाते हैं। इसके बाद मोटे कमीशन का लालच देकर उनसे नौकरी के नाम पर ठगी कराते हैं। खुलासा होने पर इंडिया का नेटवर्क ही पकड़ा जाता है। शातिर को गिरफ्तार करने वाली टीम में निरीक्षक प्रभारी साइबर सेल रोहित तिवारी, निरीक्षक रवि शंकर त्रिपाठी, हेड कांस्टेबल जितेंद्र गर्ग, कांस्टेबल मनमोहन, आरक्षी चालक प्रवीण शामिल रहे।
अभियुक्त का आपराधिक इतिहास
शातिर अपराधी संदीप शर्मा पर सीईएन पुलिस स्टेशन साउथ डिविजन बेंगलुरु सिटी, थाना बिदर सीईएन, क्राइम पुलिस स्टेशन जिला बीदर कर्नाटक और चकेरी थाने में संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस शातिर के बारे में और कमिश्नरेट के थानों में आपराधिक इतिहास पता कर रही है।
ये भी पढ़ें - लखनऊ: आलमबाग में शॉर्ट सर्किट से पोल पर लगी आग, बिजली की राह देख रहे लोगों की बढ़ीं मुश्किलें