मुरादाबाद : सिस्टम पर सवाल...हरिद्वार मार्ग के गड्ढे बनेंगे कांवड़ यात्रियों के लिए परेशानी का सबब
रेलवे स्टेशन रोड से होकर रामपुर जाने वाली सड़क लेगी शिवभक्तों की परीक्षा...महानगर के शिवालयों के आसपास के रास्ते भी खस्ताहाल
मुरादाबाद, अमृत विचार। श्रावण महीने में कांवड़ यात्रा में हरिद्वार और ब्रजघाट से पवित्र गंगाजल लेकर आने वाले शिवभक्त कांवड़ियों को मंडल मुख्यालय की टूटी और गड्ढायुक्त सड़कें शूल बनकर चुभेंगी। कांवड़ यात्रा से पहले अधिकारियों ने भले ही सड़कों की हालत ठीक कराने की बात बैठक और स्थलीय निरीक्षण में की, मगर हकीकत में सड़कों के गड्ढे सिस्टम को मुंह चिढ़ा रहे हैं।
हरिद्वार और ब्रजघाट से गंगा जल भरकर हर साल सावन के महीने में लाखों की संख्या में कांवड़ यात्री नंगे पैर भी भोलेनाथ को जलाभिषेक करने के लिए लंबी यात्रा कर मुरादाबाद पहुंचते हैं। बहुत से यहां की मुख्य सड़कों से होते हुए रामपुर बरेली भी निकलते हैं। अब जबकि चार जुलाई मंगलवार से श्रावण महीना शुरू हो रहा है। सड़कों की दुर्दशा अभी तक ठीक नहीं हुई। हरिद्वार-कांठ-मुरादाबाद मार्ग भी कई जगह खस्ताहाल है। टूटी सड़कों पर सुगम तरीके से वाहन चलना तो दूर जर्जर सड़कों के कंकड़ शिवभक्तों की परीक्षा लेंगे। यही हाल स्मार्ट सिटी की अंदरूनी सड़कों का भी है।
सीवरेज पाइपलाइन के कार्य के चलते सड़कों की खोदाई कर गड्ढे छोड़े गए हैं। आशियाना में ढाब वाले शिव मंदिर की सड़क गड्ढे में तब्दील है। यह सड़क रामगंगा कॉलोनी के मुख्य मार्ग से होकर कांठ रोड पर निकलती है लेकिन, सड़क का 90 प्रतिशत हिस्सा गड्ढों में है। जगह-जगह पेयजल पाइपलाइन टूटने से सड़क पर पानी बह रहा है। जो श्रावण महीने में इस सड़क पर शिवमंदिर आने वाले भक्तों को परेशानी में डालेगा। मिलक चौराहा, रामंगगा विहार में सोनकपुर स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्पोर्ट्स स्टेडियम वाली सड़क की दुर्दशा से स्थानीय और बाहरी लोग भी कई महीने से दो चार हो रहे हैं। बारिश में पानी भरने से यहां तालाब की स्थिति बन रही है। जिसमें गिरकर हादसे की आशंका बढ़ गई है।
रेलवे स्टेशन होकर रामपुर जाने वाली सड़क पर भी कई जगह गड्ढे हैं। हालांकि बीच-बीच में पैचवर्क किया जा रहा है। महानगर के शिवालयों के आसपास की सड़कें भी ठीक नहीं हैं। वहीं जल निकासी का प्रबंध न होने से बारिश में हो रहे जलजमाव से शिवभक्तों को परेशानी झेलनी होगी। यह अव्यवस्था सिस्टम को मुंह चिढ़ा रहा है। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि उन्होंने स्वयं कांवड़ मार्ग का निरीक्षण किया है। जहां सड़कें टूटी हैं उन्हें ठीक कराया जा रहा है। कांवड़ यात्रियों के लिए शिविरों में पेयजल, सफाई आदि का प्रबंध कराने के लिए नगर निगम, जलकल के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
सावन महीने में अधिमास का 19 साल बाद बना संयोग
मुरादाबाद। इस बार 19 साल बाद श्रावण महीने में अधिमास का सुखद संयोग बन रहा है। 59 दिन तक श्रावण महीना रहेगा। जिसमें भोलेनाथ के भक्तों को पूजा पाठ से अधिक पुण्यफल प्राप्त होगा। 2004 के बाद 2023 में ऐसा संयोग बना है। जब सावन में ही अधिमास पड़ा है। चार जुलाई से शुरू हो रहे श्रावण महीने में इस बार अधिमास का संयोग भी 19 वर्ष बाद बना है। इस कारण श्रावण एक की जगह लगभग दो महीने (59 दिन) तक रहेगा। श्रावण में चार-पांच नहीं इस वर्ष आठ सोमवार पड़ेंगे। हिंदू कैलेंडर के हिसाब से इस वर्ष 13वां महीना मिलेगा। इसमें अधिकमास शामिल है।
पंडित केदार मुरारी ज्योतिषाचार्य का कहना है कि विक्रम संवत 2080 में पड़ने वाले अधिकमास के कारण सावन दो महीने का होगा. जो 59 दिन तक रहेगा। विशेष यह है कि यह संयोग 19 साल बाद बना है। हर तीन साल पर एक अतिरिक्त मास होता है, जो अधिकमास या मलमास कहलाता है। इसे पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं। उन्होंने बताया कि वैदिक पंचांग की गणना सौरमास और चंद्रमास के आधार पर होती है। एक चंद्रमास 354 दिनों का होता है वहीं एक सौरमास 365 दिनों का होता है। इस तरह से इन दोनों में 11 दिन का अंतर आ जाता है। जिससे तीन साल में यह अंतर 33 दिन का हो जाता है।
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