टीएमसी के मारे गए कार्यकर्ता के परिवार से मिले राज्यपाल, बोले- खत्म होनी चाहिए हिंसा
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने सोमवार को कहा कि राज्य के “कुछ इलाकों में हिंसा हुई है” और यह खत्म होनी चाहिए। बोस पश्चिम बंगाल के उत्तरी जिलों का दौरा पूरा करके दक्षिण 24 परगना के बसंती गांव पहुंचे, जहां उन्होंने राज्य में चुनाव पूर्व हिंसा में मारे गए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक कार्यकर्ता के परिजनों से मुलाकात की।
उन्होंने टीएमसी कार्यकर्ता की बेटी से बात करने के बाद कहा, “इंसानी खून से राजनीतिक होली” खत्म होनी चाहिए। टीएमसी कार्यकर्ता जियारुल मोल्ला (52) की शनिवार देर रात उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह कैनिंग शहर से घर लौट रहे थे। राज्यपाल ने कहा, “क्षेत्र के मेरे दौरे ने मुझे एहसास दिलाया है कि पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हिंसा हुई है।”
उन्होंने कहा कि पहली प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि आठ जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हों और इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से राज्य चुनाव आयोग की है। बोस ने कहा, “मैंने उनका (राजीव सिन्हा) ट्रैक रिकॉर्ड सत्यापित कर उन्हें राज्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया। वह एक सक्षम अधिकारी हैं और मुझे उनकी क्षमता पर भरोसा है।”
राज्यपाल ने कहा कि पंचायत चुनाव प्रक्रिया के दौरान हिंसा का दुखद अध्याय बंद होना चाहिए और “हम यह सुनिश्चित करने के लिए एक साथ खड़े होंगे कि यह समाप्त हो।” चुनाव से पहले व्यापक हिंसा में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य जख्मी हुए हैं। राज्यपाल ने कहा कि वह राज्य में हिंसा प्रभावित स्थानों का दौरा किसी की गलती निकालने के मिशन के तहत नहीं, बल्कि तथ्यान्वेषी मिशन के तहत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैंने निर्दोष लोगों की हत्या, उन्हें डराने और उनके साथ जघन्य अपराध होते देखे हैं।”
राज्यपाल ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से राज्य के दक्षिणी हिस्से में बसंती, कैनिंग और भंगोर तथा उत्तरी भाग में कूच बिहार, दिनहाटा और सीताई में हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है। बोस ने कहा कि उन्होंने कलिम्पोंग में एक ऐसी जगह का भी दौरा किया, जो कुछ साल पहले तक हिंसा के लिए कुख्यात थी, लेकिन जहां अब ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगा दिया गया है।
बोस ने घायलों को देखने के लिए तीन अस्पतालों का भी दौरा किया। उन्होंने कहा, “मैं (यह समझने के लिए) उस मॉडल का अध्ययन करना चाहता था कि इसे कैसे किया जा सकता है।” मृतक टीएमसी कार्यकर्ता की बेटी मनवारा ने आरोप लगाया है कि उसके पिता को प्रतिद्वंद्वी गुट से जान से मारने की धमकी मिल रही थी। मनवारा ने अपने पिता की मौत के मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की। उसने पहले कहा था कि उसे राज्यपाल पर भरोसा है, लेकिन राज्य प्रशासन पर नहीं। राज्यपाल उस जगह पर भी गए, जहां जियारुल मोल्ला का शव मिला था। वहां उन्होंने ग्रामीणों से भी बात की।
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