लखीमपुर-खीरी: तहसील में फर्जी नियुक्ति पत्र पर ज्वाइन करने आए दो युवक गिरफ्तार

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Published By Om Parkash chaubey
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चपरासी के पद पर ज्वाइनिंग लेने बदायूं के साथी के साथ आया था युवक

लखीमपुर-खीरी,अमृत विचार: निदेशालय जवाहर भवन लखनऊ के नाम से जारी नियुक्ति पत्र लेकर गुरुवार को चपरासी पद पर ज्वाइनिंग लेने तहसील सदर पहुंचे दो युवकों को शक होने पर एसडीएम सदर ने बैठा लिया और नियुक्ति पत्र की जांच कराई। जांच में नियुक्ति पत्र फर्जी मिलने पर एसडीएम ने दोनों आरोपियों को सदर कोतवाली पुलिस को सौंप दिया है और रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।

गुरुवार को बदायूं निवासी आकाश पाल लखीमपुर खीरी जिले के थाना फूलबेहड़ के गांव साडा निवासी प्रमोद कुमार यादव को चपरासी पद पर ज्वाइनिंग कराने के लिए तहसील सदर पहुंचा था। उसने माल बाबू को निदेशालय जवाहर भवन लखनऊ के संयुक्त निदेशक उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से जारी नियुक्ति पत्र दिया और ज्वाइनिंग कराने की बात कही। नियुक्ति पत्र पर जारी होने की तारीख 21 जून 2023 अंकित थी।

माल बाबू ने जब नियुक्ति पत्र पर अंकित संदर्भ की जांच की तो कोई कार्यभार ग्रहण कराने के आदेश की प्रति कार्यालय में नहीं मिली। इस पर उन्हें शक हुआ तो उन्होंने दोनों युवकों को बैठा लिया। पूरे मामले की जानकारी एसडीएम सदर श्रद्धा सिंह को दी। एसडीएम ने मामले को गंभीरता से लिया और नियुक्ति पत्र की जांच कराई।

जांच में नियुक्ति पत्र फर्जी निकला। इस पर दोनों आरोपियों को एसडीएम ने सदर कोतवाली पुलिस को सौंप दिया। फर्जीवाड़े में पकड़े गए बदायूं निवासी आकाश पाल ने बताया कि वह लखनऊ में रहकर पढ़ाई करता है। प्रमोद कुमार यादव उसके मिलने वाले हैं। उसका कहना है कि प्रदीप कुमार यादव ने नौकरी लगवाने के बारे में कहा।

इस पर उन्होंने अपने परिचित लखनऊ निवासी आर्मी से रिटायर ऋषभ सिंह के नाम के व्यक्ति से बात की तो उन्होंने दो लाख रुपये बताए थे। इस पर उन्होंने प्रमोद से दो लाख रुपये लेकर ऋषभ को दे दिए।

साथ ही गारंटी के तौर पर उसने (आकाश पाल) ने एचडीएफसी बैंक में अपने खाते की दो लाख रुपये की चेक गारंटी के तौर पर यह कहकर चेक दी थी कि यदि नौकरी नहीं मिलती है तो वह उसे रुपये वापस कर देगा। उधर ज्वाइनिंग लेने पहुंचे प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि उसे डाक से ज्वाइनिंग लेटर आया था। लिफाफे पर उत्तर प्रदेश शासन लिखा था।

वह जब तहसील पहुंचा तो नियुक्ति पत्र का रेफरेंस न मिलने पर उसे तहसील सभागार में बैठा लिया गया। नियुक्ति पत्र सभी जिलाधिकारियों को संबोधित है। जिसका पत्रांक 1551 है। नियुक्ति पत्र में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के सभी जनपद तहसीलों पर वर्ष 2022-23 में चपरासी/कार्यालय सहायक में पंजीकृत कराया गया था, जिसमें हर जनपद में से एक चपरासी  चपरासी/कार्यालय सहायक की मांग की गई थी।

जिसके क्रम में जनपद में एक चपरासी/कार्यालय सहायक का चयन किया गया है। सहायक के साक्षात्कार कराने के लिए एक योग्य व्यक्ति उपलब्ध करा रहे हैं। नियुक्ति पत्र में दस्तावेज का सत्यापन और योगदान आख्या तीन जुलाई से सात जुलाई के बीच मांगी गई है। यह पत्र निदेशालय निदेशालय जवाहर भवन लखनऊ के संयुक्त निदेशक उत्तर प्रदेश शासन मनोज कुमार के नाम और हस्ताक्षर से जारी किया गया है।

दो युवक ज्वाइनिंग लेटर लेकर तहसील आए थे, लेकिन शक होने पर जब नियुक्ति पत्र की जांच की गई तो वह फर्जी निकला है। दोनों आरोपियों के खिलाफ सदर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है।- श्रद्धा सिंह, एसडीएम सदर

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