Kamika Ekadashi 2023: आज है कामिका एकादशी, जानिए पूजा विधि और कथा
Kamika Ekadashi 2023: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व माना जाता है। आज यानि 13 जुलाई को कामिका एकादशी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, एकादशी का व्रत रखने से जीवन की समस्त परेशानियों से छुटकारा मिलता है। एकादशी का व्रत और पूजा करने वाले जातकों पर सदैव विष्णु जी और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
पूजा विधि
इस दिन शंख, चक्र और गदा धारण करने वाले भगवान विष्णु की श्रीधर, हरि, विष्णु, माधव और मधुसूदन आदि नामों से भक्तिपूर्वक पूजा करनी चाहिए। पुराणों में भगवान कृष्ण ने कहा है कि कामिका एकादशी के दिन जो व्यक्ति भगवान के सामने घी अथवा तिल के तेल का दीपक जलाता है, उनके पितर स्वर्गलोक में अमृत का पान करते हैं। इस दिन मंदिर, तुलसी के नीचे, पीपल और केले की जड़ में, नदियों के किनारे और संध्या काल में खुले आसमान के नीचे जो प्राणी दीपदान करता है उसे अक्षय पुण्यों की प्राप्ति होती है। एकादशी के दिन सुबह स्नान करके विष्णु भगवान की पूजा धूपदीप, फल, फूल और नैवेद्य से करना अति उत्तम फल प्रदान करता है। व्रत रखने वाले को एकादशी की कथा पढ़नी या सुननी चाहिए।
कथा
प्राचीन काल में एक गांव में एक ठाकुर थे। ठाकुर का एक ब्राह्मण से झगड़ा हो गया और क्रोध में आकर ठाकुर ने ब्राह्मण की हत्या कर दी। बाद में उसे अपने किए पर पछतावा होने लगा। अपराध की क्षमा याचना के लिए ठाकुर ने ब्राह्मण का क्रिया कर्म करना चाहा। परन्तु पंडितों ने क्रिया कर्म में शामिल होने से मना कर दिया और वह ब्रह्म हत्या का दोषी बन गया। तब ठाकुर ने एक मुनि से निवेदन किया कि हे भगवान, मेरा पाप कैसे दूर हो सकता है। इस पर मुनि ने उसे कामिका एकादशी व्रत करने की सलाह दी। ठाकुर ने नियम पूर्वक एकादशी का व्रत किया। रात में भगवान की मूर्ति के पास जब वह सो रहा था, तभी उसे सपने में भगवान के दर्शन हुए। भगवान ने कहा कि मैंने तुम्हें सभी पापों से मुक्त कर दिया है। इस तरह ठाकुर ब्रह्महत्या के पाप से मुक्त होकर अंत में वैकुण्ठ लोक गया।
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