WHO ने कहा- बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों से बढ़ सकता है मानव संक्रमण का खतरा 

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Published By Om Parkash chaubey
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नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी दी है कि स्तनधारियों के बीच बर्ड फ्लू के प्रकोप में हालिया वृद्धि से इस वायरस को मनुष्यों के बीच अधिक आसानी से फैलने में मदद मिल सकती है।

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एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस आम तौर पर पक्षियों के बीच फैलता है, लेकिन स्तनधारियों में एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा के बढ़ते मामले यह चिंता पैदा करते हैं कि इससे वायरस मनुष्यों के बीच अधिक आसानी से फैल सकता है क्योंकि पक्षियों की तुलना में स्तनधारी जैविक रूप से मनुष्यों के अधिक करीब हैं।

डब्ल्यूएचओ ने बुधवार को एक बयान में कहा कि इसके अलावा कुछ स्तनधारी इन्फ्लूएंजा वायरस के लिए मिश्रण वाहिकाओं के रूप में कार्य कर सकते हैं, जिससे नए वायरस उभर सकते हैं जो जानवरों और मनुष्यों के लिए अधिक हानिकारक हो सकते हैं। हाल में, स्तनधारियों में इन्फ्लूएंजा ए(एच5) के कारण घातक प्रकोप की खबरें बढ़ रही हैं-जिसमें इन्फ्लूएंजा ए(एच5एन1) वायरस भी शामिल है।

2022 से तीन महाद्वीपों के कम से कम 10 देशों ने विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूओएएच) को स्तनधारियों में प्रकोप की सूचना दी है। ऐसे और भी देश होने की संभावना है जहां इसका प्रकोप अभी तक पता नहीं चला है या जिन्होंने जानकारी नहीं दी है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि मनुष्यों में इन्फ्लूएंजा ए (एच5एन1) क्लैड 2.3.4.4बी वायरस के कुछ मामलों की भी सूचना मिली है, लेकिन यह बहुत दुर्लभ है और दिसंबर 2021 से आठ मामले सामने आए हैं।

इसने कहा कि मनुष्यों में संक्रमण उच्च मृत्यु दर के साथ गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। विश्व स्वास्थ्य निकाय के अनुसार, अब तक मनुष्यों में पाए गए ज्यादातर मामले संक्रमित पक्षियों और दूषित वातावरण के निकट संपर्क से जुड़े हैं।

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