मुरादाबाद : बारिश बनी आफत, नदियां उफान पर...खेतों में पानी भरने से बढ़ी दिक्कत

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Published By Bhawna
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लगातार बारिश से बढ़ रहा गागन नदी का जलस्तर, रामगंगा के जलस्तर में आई 13 सेंटीमीटर की कमी 

मुरादाबाद, अमृत विचार। जिले में रामगंगा नदी के जलस्तर में गुरुवार को 13 सेंटीमीटर की कमी आई है। हालांकि पानी का बहाव तेज है। आसपास के लोगों का कहना है कि पानी का उतार चढ़ाव चलता रहता है। लेकिन, बाढ़ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। क्योंकि लगातार बारिश हो रही है। जिसका असर नदियों के जलस्तर पर दिखाई दे रहा है। गागन नदी का जलस्तर चढ़ाव पर है।

पहाड़ी और मैदानी इलाकों में बारिश होने से नदियां उफान पर हैं। गुरुवार को रामगंगा का जलस्तर 189.65 मीटर और गागन का जलस्तर 189.30 मीटर रहा। रामगंगा का जलस्तर कम तो हुआ है, लेकिन इससे लोगों की दिक्कत कम नहीं हुई। किसान बैलगाड़ी के सहारे ही नदी पार कर रहे हैं और पशुओं के लिए चारा ला रहे हैं तो कोई नाव का सहारा ले रहा है। आसपास के मोहल्ले के लोग अभी बाढ़ की आशंका को लेकर परेशान हैं। जिगर कालोनी निवासी सोमेंद्र सिंह, बंगला गांव निवासी रामवीर कहते हैं कि नदी के पानी का बहाव तेज है। रात में डर में रहता है कि कहीं पानी एकाएक बढ़ जाने से बाढ़ की समस्या खड़ी न हो जाए।

बंगला गांव, दस सराय घाट, नवाबपुरा, वारसीनगर, जिगर कालोनी और जामा मस्जिद के पास से रामगंगा नदी बह रही है। पहाड़ी इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है। इसके साथ ही मैदानी इलाकों में भी लगातार बारिश हो रही है। इससे नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। बाढ़ खंड कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को मुरादाबाद में रामगंगा नदी का कटघर पुल पर जलस्तर 189.65 मीटर रहा, जबकि रामगंगा कालागढ़ में 337.80 मीटर है। यहां पर जल चढ़ाव पर है। रामगंगा नदी का जल बुधवार की अपेक्षा कुछ कम हुआ है। मुरादाबाद में गागन नदी का जलस्तर 189.30 मीटर रहा। इसका जल चढ़ाव पर है।

उधर, जिला प्रशासन भी गंगा नदी का जलस्तर बढने पर सतर्क है। बाढ़ कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां टोल फ्री नंबर जारी कर लोगों से संपर्क बनाए हुए हैं। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक, रामगंगा, ढेला नदी और गंगा नदी में जलस्तर की वृद्धि हुई है। लगभग 48 गांव ऐसे हैं जो संवेदनशील है और वहां बाढ़ आने की संभावना है। ऐसे में जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और गांव के जिम्मेदार और प्रधान सदस्यों के साथ प्रशासनिक व्हाट्सएप ग्रुप बना दिया गया है। ताकि किसी भी समस्या का वक्त रहते समाधान किया जा सके।

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