प्रयागराज : एसआरएन में तीमारदार को डाक्टरों ने कमरे में बंधक बना पीटा
भाई के पैर में लगे राड निकलवाने पहुंचा था पीड़ित
प्रयागराज, अमृत विचार। स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में तीमारदारों एवं जूनियर डाक्टरों के बीच कहासुनी एवं मारपीट की घटनाएं तो आम हो गयी है। आये दिन पीड़ितों के परिजनों को झेलना पड़ता है। कुछ घटनायें तो दब जाती है और कुछ सामने आती हैं। एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। मामूली बात को लेकर तीमारदार की डॉक्टरों ने कमरे में बंद कर पिटाई कर दी। यह आरोप मरीज के परिजनों ने लगाया है।
जानकारी के अनुसार कौशांबी के महेवा घाट निवासी भैयालाल का पुत्र राहुल अपने बड़े भाई रामबरन और भाभी के साथ भाई के पैर में लगे रॉड को निकलवाने के लिए अस्पताल आया था।आरोप है कि डॉक्टरों ने उससे पैसे की मांग की। सूरज और उसकी भाभी ने कहा कि उसके पास पैसे नहीं है तभी जूनियर डॉक्टर उन लोगों को अपशब्द कहने लगे उसके बाद राहुल ने जब इसका विरोध किया तो डॉक्टरों ने उसे वार्ड नंबर एक के कमरे में घसीट कर ले गये और जमकर पिटाई कर दी।
सूचना पर एसआरएन चौकी में तैनात पुलिस पहुंची तो डॉक्टरों के चंगुल से राहुल को बचाकर लाई और उन लोगों को वापस बिना इलाज कर भेज दिया। राहुल ने बताया कि उसके भाई रामबरन की कुछ महीने पहले एक्सीडेंट में पैर टूट गया था। जिसका इलाज एसआरएन में चल रहा था उसके पैर में राड पड़ा हुआ था। पैसे ना होने के कारण यहां से डिस्चार्ज करा लिया था। आज पैर में लगे रात को निकलवाना था लेकिन जूनियर डॉक्टरों ने उसे बुरी तरह गाली गलौज किया और मारा-पीटा।
वार्ड नंबर एक में भर्ती लोगों से जब बात की गई तो उन लोगों ने बताया कि यहां यह बातें अक्सर होती है। डॉक्टर से अगर कोई सवाल करता है तो यह लोग मारने पीटने पर उतारू हो जाते हैं। पुलिस का कहना है कि अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है।
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