मुरादाबाद : गागन-रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा, डीएम ने अधिकारियों को सतर्कता बरतने के दिए निर्देश
खो बैराज बिजनौर से शुक्रवार को रामगंगा नदी में छोड़ा गया दो लाख क्यूसेक पानी
जामा मस्जिद क्षेत्र में घरों के नजदीक पहुंचा रामगंगा का पानी।
मुरादाबाद,अमृत विचार। रामगंगा नदी में खो बैराज से शुक्रवार को 2,36,391 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। हालांकि यह पानी शनिवार तक मुरादाबाद आने की संभावना है। इससे रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ेगा। जिससे नदी के तटवर्ती इलाकों के लोगों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। शुक्रवार को रामगंगा नदी का जलस्तर 189.80 मीटर और गागन नदी का जलस्तर 189.35 मीटर दर्ज किया गया। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने अधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में बारिश होने से नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। जिसका असर नदी किनारे रहने वाले आसपास के लोगों पर हो रहा है। शुक्रवार को जामा मस्जिद क्षेत्र के मोहल्ला वारसी नगर के कई घरों के करीब तक पहुंचा पानी। जिससे लोगों में बाढ़ को लेकर डर बन रहा है। कहीं रात में नदी का पानी और न बढ़ जाए। हालांकि बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम से नदियों के जलस्तर पर बराबर नजर रखी जा रही है। रामगंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है।
शुक्रवार को रामगंगा नदी का जलस्तर 189.80 मीटर रहा और गागन नदी का जलस्तर 189.35 मीटर रहा। बाढ़ खंड के सहायक अभियंता सुभाषचंद्रा ने बताया कि शुक्रवार को रामगंगा नदी में खो बैराज से सुबह छ बजे 85,068 क्यूसेक, आठ बजे 78,306 क्यूसेक और 10 बजे 73017 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इस तरह से दो लाख 36 हजार 391 क्यूसेक पानी नदी में छोड़ गया है। लेकिन यह पानी शनिवार तक आ पाएगा। इसकी वजह से नदी किनारे खेतों में पानी बढ़ जाएगा। इसके अलावा नवाबपुरा, बंगलागांव, वारसीनगर, दसवां घाट, लालबाग के आसपास पानी पहुंच जाने की संभावना है।
रामगंगा में पानी बढ़ने को लेकर ग्राम प्रधानों को किया सतर्क
मुरादाबाद। रामगंगा नदी में पानी बढ़ने से बाढ़ खंड कंट्रोल रूम से नदी किनारे वाले ग्राम प्रधानों को सतर्क किया गया है। वह नदी के बढ़ते जलस्तर पर नजर रखें और तुंरत प्रशासन को जानकारी दें। इनके अलावा हल्का लेखपालों को भी सचेत किया गया है। 193 गांव संवेदनशीलता की श्रेणी में हैं। पहाड़ी और मैदान इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। जिससे नदियों के जलस्तर में भी बढ़ोतरी हो रही है। इसका असर भी दिखाई देने लगा है। गांव काफियाबाद के खेतों में अभी पानी उतरा नहीं है। जिससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब रामगंगा नदी में और पानी आने को लेकर ग्रामीणों की परेशानी बढ़ सकती है। रामगंगा नदी किनारे वाले अक्का, इस्लानगर, सादुल्लापुर खानपुर, भटवाली, मुस्तापुर, घोसीपुरा, देवापुर, अजमतपुर, दौलतपुर समेत कई गांवों के प्रधानों को बाढ़ खंड कंट्रोल रूम से फोन करके सतर्क किया गया है।
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