प्रयागराज : प्राचीन वेणी माधव मंदिर मार्ग पर कब्जे का प्रयास, पुजारियों से हुई नोकझोंक 

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Published By Jagat Mishra
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नैनी/ प्रयागराज, अमृत विचार। नैनी कोतवाली के अरैल में स्थित प्राचीन वेणी माधव मंदिर के पीछे बने रास्ते पर कुछ लोग रविवार की शाम कब्जा करने की कोशिश करने लगे। इसकी सूचना मंदिर के पुजारियों को मिली तो उन्होंने विरोध करना शुरु कर दिया। मामले को लेकर काफी देर तक हंगामा हुआ। सूचना नैनी पुलिस को दी गई। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर कब्जे पर रोक लगा दिया। पुलिस ने दोनों पक्षों से उनके कागज़ात और नक्शा प्रस्तुत करने को कहा। जिसके बाद काम रुक गया।
   
यमुनानगर के नैनी कोतवाली के अरैल इलाके में गंगा नदी के  किनारे बने प्राचीन वेणी माधव मंदिर के पीछे काफी समय एक रास्ता बना हुआ था। मंदिर के पुजारी पंडित दामोदर प्रसाद तिवारी ने बताया कि यह रास्ता करीब 200 साल पहले से बना हुआ है। इस रास्ते पर कुछ लोग जबरन कब्जा कर मंदिर की जमीन को हड़पना चाहते है। रविवार को कब्जा करने पहुंचे दबंगों का मंदिर के पुजारी और आसपास के लोगों ने जमकर विरोध किया। सूचना नैनी पुलिस को दी गई।  वेणी माधव मंदिर के पुजारियों और दूसरे पक्ष के बीच नोकझोंक और हंगामा शुरू होने लगा। कुछ देर में नैनी पुलिस मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को शान्त कराते हुये अपने-अपने दस्तावेज और नक्शा पेश करने की बात कही।  इंस्पेक्टर ने कहा कि जब तक कागजात का निरीक्षण न होगा। तब तक निर्माण कार्य नही होगा। 

मंदिर के पुजारियों ने बताया कि इस रास्ते पर पर्यटन विभाग ने बोर्ड भी लगाया है। पर्यटन विभाग ने यहां पर शौचालय व्यवस्था की है। जिससे महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना न करना पड़े। 

मामले में इंस्पेक्टर नैनी वीरेंद्र सिंह ने कहा कि मौके पर कोई नहीं पाया गया। मंदिर के पुजारी दामोदर प्रसाद तिवारी ने दस्तावेज देने की बात कही है। सभी अपने दस्तावेज लेकर थाने आएं, दोनों पक्षों के दस्तावेजो को देखने और निरीक्षण के बाद कुछ निर्णय लिया जायेगा।

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