मुरादाबाद : सोनकपुर स्टेडियम में सुविधाओं के अभाव में खिलाड़ियों का अभ्यास हो रहा प्रभावित
मुरादाबाद, अमृत विचार। सोनकपुर स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्पोर्ट्स स्टेडियम में बैंडमिंटन खिलाड़ी बीते एक साल से अभ्यास करने का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन, इन खिलाड़ियों को स्टेडियम के जिम्मेदारों की ओर से आश्वसन मिल रहा है। बॉक्सिंग और हैंडबॉल के खिलाड़ी भी पर्याप्त सुविधा न मिलने से परेशान हैं।
स्टेडियम में स्मार्ट सिटी के तहत 5.4 करोड की लागत से सौंदर्यकरण किया जा रहा है। यहां काम करीब एक साल से चल रहा है। जिसमें बैंडमिंटन कोर्ट को दोबारा बनाया गया है। इस कोर्ट को बने तो काफी समय हो गया है। लेकिन खिलाड़ी को अभी भी इस पर अभ्यास का इंतजार है। क्योंकि स्मार्ट सिटी ने इसे अभी स्टेडियम को नहीं सौंपा है। बॉक्सिंग रिंग का भी यहीं हाल है। इसमें भी खिलाड़ी सिर्फ समय बिता कर रहे हैं। हैंडबाल मैदान को बनाया जा रहा है। लेकिन, इसकी रफ्तार धीमी होने से खिलाड़ी का नुकसान हो रहा है।
यहां बैंडमिंटन और हैंडबाल खिलाड़ी बीते एक साल से अभ्यास से दूर हैं। बॉक्सिंग खिलाड़ी भी अधिकांश समय मैदान पर पंच मारते मिलते हैं। क्योंकि बॉक्सिंग रिंग के नाम पर अभी यहां सिर्फ खानापूर्ति की गई है। इन सब परेशानियों के बीच खिलाड़ियों का काफी नुकसान हो रहा है। हैंडबाल खिलाड़ी प्रियंका सिंह, रोहित कुमार आदि ने बताया कि वे लंबे समय से यहां अभ्यास नहीं कर पा रही हैं। क्योंकि हैंडबाल मैदान पर काम चल रहा है। जिससे अभ्यास में काफी परेशानी हो रही है।
खिलाड़ियों को नहीं मिल रही पर्याप्त जगह
मुरादाबाद, अमृत विचार : सोनकपुर स्टेडियम में 12 से भी ज्यादा खेलों के खिलाड़ी अभ्यास करते हैं। लेकिन, स्मार्ट सिटी के तहत मैदान में बॉक्सिंग रिंग, हैंडबाल मैदान का निर्माण हो रहा है। जिससे मैदान में जगह काफी कम हो गई है। हॉकी, एथलिट, क्रिकेट आदि खेलों के खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए पर्याप्त स्थान नहीं मिल रहा है। जिससे खिलाड़ियों का अभ्यास प्रभावित हो रहा है। जिसकी शिकायत खिलाड़ियों ने जिला क्रीड़ा अधिकारी और जिलाधिकारी से भी की। लेकिन, अभी तक इन खिलाड़ियों की परेशानी को कोई हल नहीं निकला।
छात्रावास के निर्माण में नहीं आई तेजी
मुरादाबाद, अमृत विचार : स्टेडियम में छात्रावास के लिए शासन की ओर से लगभग पांच करोड़ की धनराशि स्वीकृति हुई थी। पहली किस्त के रूप में विभाग को 86 लाख रुपये आवंटित हो चुके हैं। लेकिन छात्रावास निर्माण में तेजी नहीं आ रही है। बताया कि बालक और बालिका छात्रावास बनने के बाद कई खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। इससे सरकार की हर मंडल में एक खेल छात्रावास होने की मंशा भी पूरी होगी, लेकिन संबंधित अधिकारी निर्माण को लेकर हीलाहवाली करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। खेल विभाग के अधिकारियों के अनुसार, सिर्फ यही कारण नहीं डिजाइनिंग में गड़बड़ी का भी मामला है, जिस वजह से छात्रावास के निर्माण को गति नहीं मिल पा रही है।
बैंडमिंटन कोर्ट, जिम का काम पूरा हो चुका है। लेकिन, स्मार्ट सिटी की ओर से उसे अभी स्टेडियम को नहीं सौंपा गया है। स्टेडियम में काम चल रहा है। जिस वजह से खिलाड़ियों को थोड़ी परेशानी हो रही है। जैसे ही स्मार्ट सिटी का काम पूरा हो जाएगा। सभी को पर्याप्त जगह मिलेगी।-प्रेम कुमार, जिला क्रीड़ा अधिकारी
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