राहुल गांधी ने कहा- आदिवासियों को मिलना चाहिए उनका हक, हिन्दुस्तान के हैं पहले निवासी  

राहुल गांधी ने कहा- आदिवासियों को मिलना चाहिए उनका हक, हिन्दुस्तान के हैं पहले निवासी  

बांसवाड़ा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आदिवासियों का भला नहीं चाहने का आरोप लगाते हुए कहा है कि आदिवासी हिन्दुस्तान के पहले निवासी है और उन्हें उनका पूरा हक मिलना चाहिए। राहुल गांधी बुधवार को राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में प्रसिद्ध मानगढ़ धाम पर आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा “आदिवासी हिन्दुस्तान के पहले निवासी है, वे भारत के पहले मालिक हैं।

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यह जो हमारी जमीन है, जिसे आज हम भारत कहते है,यह जमीन आदिवासियों की जमीन हुआ करती थी। यह मुझे मेरी दादी इंदिरा गांधी ने बताया।” उन्होंने कहा “मैंने एक दिन उनसे पूछा, दादी यह आदिवासी शब्द का मतलब क्या है, मेरी दादी आदिवासियों से बहुत प्यार करती थी। उनसे उनका बहुत गहरा रिश्ता था। मैंने पूछा, यह शब्द क्या होता है। उन्होंने बताया, ये हिंदुस्तान के पहले निवासी हैं।

यह जो हमारी जमीन है, जिसको हम आज भारत कहते हैं। ये जमीन इन आदिवासियों की जमीन थी। और फिर उन्होंने बताया, जो आज का आधुनिक समाज है, उसे आदिवासियों से जिंदगी जीना सीखना चाहिए। जल, जंगल,जमीन के साथ क्या रिश्ता होना चाहिए, यह आदिवासियों से सीखना चाहिए।” राहुल गांधी ने कहा कि आदिवासी हिन्दुस्तान के ओरिजनल मालिक थे जो अंग्रेजों की गोली खाकर शहीद हुए।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने आदिवासियों के लिए नया शब्द निकाला है वनवासी, इसका मतलब है जो जंगल में रहते है। वह आदिवासियों को आदिवासी नहीं वनवासी कहते है, यह आदिवासियों और भारत माता का अपमान है।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा एवं आरएसएस चाहती है कि आदिवासी जंगल में रहे इनके बच्चे, डाक्टर, वकील, व्यवसायी नहीं बने और हवाई जहाज न उड़ाये, ये आदिवासियों में वनवासी का ठप्पा लगाना चाहते है लेकिन हम इस बात को मानने को तैयार नहीं है, आदिवासी देश के मालिक है और इन देश के पहले निवासियों को इस देश में हक मिलना चाहिए।

उन्होंने कहा कि आदिवासियों को जंगल एवं जमीन का हक दिया गया और आदिवासी बिल दिया गया लेकिन भाजपा एवं आरएसएस ने क्या दिया, उन्होंने एक के बाद एक इन्हें रद्द कर दिया। वे चाहते है आदिवासी जंगल मे रहे और धीरे-धीरे जंगल काटते जाते है, उनके हक एवं जमीन छीनते जाते है। श्री राहुल गांधी ने कहा कि आदिवासी, आदिवासी है और आदिवासी थे और रहेंगे।

इस बात को कोई बदल नहीं सकता, यह इतिहास है जिसे कोई बदल नहीं सकता। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि यह जमीन आदिवासिसयों की थी और उनका हक उन्हें मिलना चाहिए। उन्होंने कहा “हम चाहते है कि आदिवासी जहां भी रहे, सफलता प्राप्त करे, हम चाहते है कि आप को मौका मिलना चाहिए जो सपना आपने बच्चों आदि का देखना चाहते वह पूरा होना चाहिए।

उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें नारा दिया गया कि नफरत के बाजार में मोहब्त की दुकान खोलते है। उन्होंने कहा “आदिवासियों मैं आपका सिपाही हूं, जो आप चाहते हो हम दिल से आपकी मदद करेंगे। हम चाहते है आपका हक मिले और आपके सपने पूरे हो।”

राहुल गांधी ने बताया कि आज उन्होंने संसद में भाषण दिया और कहा कि देश में आदिवासियों, पिछड़ो, अल्पसंख्यकों, महिलाओं आदि की आवाज है वह हिन्दुस्तान की आवाज है और भाजपा के लोग जहां भी जाते है हिन्दुस्तान की आवाज को चुप एवं दबाने की कोशिश करते है। शुरु में उन्होंने मानगढ़ धाम पर अंग्रेजों से लड़ाई में कुर्बानी देने वालों के लिए आदिवासी समाज को धन्यवाद दिया। उन्होंने आदिवासी दिवस की बधाई भी दी।

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