Kanpur News : डिफेंस कॉरिडोर के लिए बनेंगे फोरलेन मार्ग, PWD मंत्री जितिन प्रसाद दे चुके हैं मंजूरी
कानपुर में डिफेंस कॉरिडोर के लिए बनेंगे फोरलेन मार्ग।
कानपुर में डिफेंस कॉरिडोर के लिए फोरलेन मार्ग बनेंगे। सरसौल से साढ़ तक फोरलेन के लिए पीडब्ल्यूडी का प्रोजेक्ट शासन में पहुंचा। इस मार्ग को पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद पहले ही अपनी मंजूरी दे चुके हैं।
कानपुर, अमृत विचार। सरसौल से नर्वल होते हुए साढ़ जाने वाले टू लेन मार्ग को फोरलेन करने की कवायद तेज हो गई है। इस प्रोजेक्ट को पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता की अध्यक्षता वाली समिति ने पास कर दिया है। अब फाइल वित्त एवं व्यय समिति की स्वीकृति लेकर कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजी जाएगी। इस मार्ग के चौड़ीकरण के लिए 206 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है।
उप्र एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण साढ़ में तेजी से डिफेंस कॉरिडोर स्थापित करने में लगा है। यहां अडाणी समूह एशिया की सबसे बड़ी डिफेंस यूनिट लगा रहा है। पांच अन्य कंपनियां भी रक्षा उत्पादन से जुड़े उद्योग लगाने की तैयारी में जुटी हैं। इसे देखते हुए माना जा रहा है कि जल्दी ही सरसौल से साढ़ के दो लेन मार्ग पर यातायात दबाव काफी बढ़ेगा। डिफेंस कॉरिडोर में लगने वाली इकाईयों की सुविधा के लिए इस सड़क को फोरलेन बनाने की योजना को पीडब्ल्यूडीने मंजूरी दे दी है।
यह सड़क दिल्ली- कानपुर- प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग के सरसौल बाजार से शुरू होकर नर्वल होते हुए साढ़ जाकर रमईपुर-जहानाबाद मार्ग से जुड़ जाएगी। 15.650 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क बनाने के लिए 207.54 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस मार्ग को पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद पहले ही मंजूर कर चुके हैं। उनकी सहमति के बाद ही डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी गई थी। 14 मीटर चौड़े फोरलेन मार्ग पर डिवाइडर बनाया जाएगा।
रमईपुर-जहानाबाद मार्ग फोरलेन करने की तैयारी
रमईपुर से साढ़ होते हुए जहानाबाद जाने वाले मार्ग को भी फोर लेन बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। यह मार्ग अभी दो लेन है। कानपुर- हमीपुर- सागर हाईवे पर रमईपुर से मुड़कर यह मार्ग डिफेंस कॉरिडोर होते हुए जहानाबाद तक जाता है।
गंगा बैराज मार्ग को फोरलेन बनाने की फाइल आगे बढ़ी
मंधना से गंगा बैराज होते हुए शुक्लागंज जाने वाले मार्ग को फोरलेन बनाया जाना है। 160 करोड़ रुपये लागत से प्रस्तावित इस प्रोजेक्ट की फाइल व्यय एवं वित्त समिति के पास अगले हफ्ते भेज दी जाएगी। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद फाइल को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट के समक्ष मंजूरी के लिए रखा जाएगा। बैराज मार्ग मोहनलालगंज तक पहले ही स्टेट हाईवे घोषित हो चुका है। इसलिए मंजूरी मिलने में कोई अड़ंगा नहीं है।
सड़कों के चौड़ीकरण पर प्रदेश सरकार पर्याप्त बजट खर्च कर रही है। सरसौल से साढ़ और मंधना से शुक्लागंज तक गंगा बैराज मार्ग को जल्द ही फोरलेन करने की मंजूरी मिल जाएगी और दोनों जगह तेजी से काम शुरू होगा।– देवेंद्र सिंह भोले, सांसद।
