प्रयागराज के इस चर्चित घाट पर अब नहीं कर सकेंगे शवदाह संस्कार, नगर निगम ने लगाया बैन
प्रयागराज, अमृत विचार। शहर में अंतिम संस्कार करने के लिए भी परमिशन लेना होगा। फाफामऊ में गंगा तट पर अब शवों को जलाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। गुरुवार और शुक्रवार को करीब एक दर्जन शव श्मशान घाट से वापस कर दिए गए। लकड़ी बेचने वाले और अंत्येष्टि कराने वाले पंडा इसका जमकर विरोध कर रहे हैं। लेकिन नगर निगम प्रशासन ने सख्त मनाही कर दी है। घाट से पहले ही बोर्ड लगवा दिए गए हैं कि यहां अब अंत्येष्टि नहीं की जाएगी । नगर निगम प्रशासन ने घाट पर गार्ड भी तैनात कर दिए हैं। जो शव लेकर जाने वालो को वापस कर रहे है।
यह निर्देश नगर आयुक्त की तरफ से जारी किया गया है। बोर्ड में लिखा गया है कि “गंगा नदी के किनारे व गंगा नंदी में शवदाह न करें। शवों की अंत्येष्टि सिर्फ रसूलाबाद घाट, शंकरघाट, विद्युत शवदाह गृह व दारागंज विद्युत शवदाह पर ही करें। ”यहां शवों की अंत्येष्टि करने होने वाले करीब एक हजार परिवारों पर खासा असर हुआ है।
शवों की अंत्येष्टि से होता है परिवार का भरण-पोषण
स्थानीय पंडा ने बताया कि फाफामऊ घाट पर प्रतिदिन अलग-अलग पंडा शवदाह कराते हैं। इस कर्म को कराने से एक हजार परिवारों का घर चलता है। अब यहां शव जलाने नहीं दिया जा रहा है। नगर निगम ने बोर्ड लगवा दिया है। लकड़ी विक्रेता का कहना हैं कि हम लोग यहां लकड़ी बेचकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। अब यहां शव को जलाने पर रोक लगा दिया गया है। इससे यहां के लोगों परिवार चलाना मुश्किल होगा। नगर आयुक्त की ओर से लगाये गये बोर्ड में टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। जिसमें 8303701317 व 1920 पर कॉल कर सकते हैं।
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